अयोध्या पर कोर्ट का फैसला आने से पहले संघ ने बुलाई अपने प्रचारकों की बैठक
नई दिल्ली। अयोध्या में विवादित भूमि के मालिकाना हक को लेकर सुप्रीमकोर्ट में बुधवार को अंतिम सुनवाई होगी। अंतिम सुनवाई के बाद फैसला आने में कम से कम चार सप्ताह का समय लग सकता है।
सुप्रीमकोर्ट में सुनवाई समाप्त होने के बाद राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ(आरएसएस) ने अपने सभी प्रचारकों की एक बैठक हरिद्वार में आयोजित की है। सम्मेलन की तर्ज पर आयोजित की जा रही संघ प्रचारकों की यह बैठक 31 अक्टूबर से 4 नवंबर तक चलेगी।
इस सम्मेलन में संघ प्रमुख मोहन भागवत के अलावा भैया जी जोशी, दत्रात्रेय होसबोले, डॉ कृष्ण गोपाल,रामलाल के अलावा भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय संगठन मंत्री बी एल संतोष भी शामिल होंगे।
माना जा रहा है कि इस बैठक में अयोध्या विवाद को लेकर सुप्रीमकोर्ट में चली कार्रवाही की समीक्षा की जायेगी तथा हिन्दुओं के पक्ष या विपक्ष में फैसला आने की स्थति की समीक्षा की जायेगी।
इतना ही नहीं इस बैठक में संघ अगले पांच सालो का एजेंडा भी सेट करेगा। अगले पांच वर्षो में संघ के प्रचारक किस किस मुद्दे पर काम करेंगे, ये इसी बैठक में तय होना है।
सूत्रों की माने तो संघ प्रमुख मोहन भागवत अपने प्रचारकों के साथ बैठकर अयोध्या मामले की समीक्षा करेंगे। इस समीक्षा बैठक में तय होगा कि पिछली बैठक में तय किये गए राम मंदिर और उसके अलावा के एजेंडे में संघ को किस हद तक सफलता मिली है।
सूत्रों ने कहा कि इसमें लोकसभा और विधानसभा चुनावो में संघ प्रचारकों की भूमिका की भी समीक्षा की जाएगी। इतना ही नहीं संघ के प्रचारकों के उन मुद्दों को भी सुना जाएगा जिन्हे लेकर संघ और बीजेपी की विचारधाराएं अलग अलग हैं।