अयोध्या की गौशाला में 50 से अधिक गौवंशो की मौत, आनन फानन में दफन

अयोध्या की गौशाला में 50 से अधिक गौवंशो की मौत, आनन फानन में दफन

लखनऊ ब्यूरो। गौरक्षा के दावे भरने वाली उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार की नाक के नीचे अयोध्या में 50 गौवंशो की मौत की खबर है। इतना ही नहीं मृत गौवंशो को आनन फ़ानन में गौशाला के अंदर की दफनाए जाने की बात भी सामने आयी है। वहीँ अभी कई गौवंश मौत के कगार पर खड़े हैं।

एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इतनी बड़ी तादाद में गौवंश की मौत के पीछे नगर निगम के कर्मचारियों की लापरवाही बताया जा रहा है। गौवंश की मौत का मामला मीडिया से छिपाने के लिए नगर निगम के कर्मचारियों ने आनन फानन में मृत गौवंशो को जेसीबी से गौशाला में ही दफना कर दिया।

जानकारी के मुताबिक नगर निगम अयोध्या द्वारा संचालित बेसिंगपुर गौशाला में गौवंशो की देखरेख सही से नहीं हो रही थी। गौवंशो के लिए समय से पर्याप्त चारा इत्यादि नहीं पहुँचाया जा रहा था। इतना ही नहीं गौशाला में भारी अव्यवस्थाएं थीं, जिन्हे गौशाला के कर्मचारी नज़रअंदाज करते रहे।

स्थानीय लोगों की माने तो जिस गौशाला में 50 से अधिक गौवंश की मौत हुई है उस गौशाला में गौवंश के लिए चारा पानी का समुचित इंतजाम नहीं था। अधिकांश गौवंशो की मौत का कारण भूखा रहना बताया जा रहा है।

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने गौवंशो को गौशाला में रखने के निर्देश जारी किये थे। इतना ही नहीं सरकार ने हर शहर में गौशाला बनाये जाने और गौशालाओं के रखरखाव के लिए भी बड़े स्तर पर प्रयास शुरू किये थे।

इसके बावजूद अभी दर्जनों गौशालाएं ऐसी हैं जहाँ तेज गर्मी और बारिश से बचने के लिए गौशालाओं में कोई शेड नहीं बने हैं और गौवंश खुले में रह रहे हैं। ज़मीन कच्ची होने के कारण बारिश में जलभराव और कीचड़ से गौशालाओं की स्थति बद से बद्द्तर हो जाती है।

गौवंशो की बड़ी तादाद में मौत का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले राजस्थान के एक गौशाला में भी बड़ी तादाद में गौवंशो की मौत हो गयी थी। गौशाला संचालको की लापरवाही और प्रशासनिक नीरसता के चलते अब तक कई गौशालाओं में गौवंशो की मौत होने की खबरें आ चुकी हैं।

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