अमित शाह को दर्द दे रहा कर्नाटक का ज़ख्म, इसलिए पूछा ये सवाल
नई दिल्ली। लगता है भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह को कर्नाटक में सत्ता हाथ से खिसकने का ज़ख्म दर्द दे रहा है। सम्भवतः यही बड़ा कारण है कि उन्हें कर्नाटक में कांग्रेस जेडीएस सरकार बनने के जश्न पर भी आपत्ति है।
अमित शाह ने कर्नाटक में सरकार बनाने पर कांग्रेस जेडीएस के जश्न को लेकर कहा कि कांग्रेस और जेडीएस किस चीज का जश्न मना रही है, पता नहीं। क्या कांग्रेस की सीटें घट गई इसकी खुशी मना रहे हैं। हमने तो उनसे 14 राज्य छीन लिए, फिर भी वो जश्न मना रहे हैं।
इतना ही नहीं अमित शाह ने कर्नाटक में कांग्रेस जेडीएस गठबंधन को भी अपवित्र करार देते हुए इसे जनता से धोखा करार दिया। अमित शाह ने कहा कि कर्नाटक में जनादेश कांग्रेस के खिलाफ बीजेपी को मिला है।
भाजपा मुख्यालय में संवाददाताओं से कहा, ‘कांग्रेस के कुशासन के खिलाफ राज्य की जनता ने वोट किया। कर्नाटक में भाजपा के सरकार बनाने का दावा पेश करने को लेकर कुछ दल दुष्प्रचार कर रहे हैं। लेकिन ‘क्या सबसे बड़ी पार्टी होकर दावा करना गलत है।’
उन्होंने कहा कि कर्नाटक में जनता जश्न नहीं मना रहीं है बल्कि कांग्रेस और जदएस जश्न मना रही है। शाह ने आगे कहा, ‘जो कांग्रेस को हरा सकता है, जनता ने उसे जिताया। 80 से ज्यादा सीटों पर जद एस की जमानत जब्त हुई।‘ जद एस को भी यह बताना चाहिए कि कि वे किस बात का जश्न मना रहे हैं ।
अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस और जनतादल सेकुलर ने उन विधायकों को अभी भी नहीं छोड़ा है, अभी भी वे पांच सितारा होटल में ही हैं । उन्हें विजय जुलूस नहीं निकलाने दिया गया । अगर उन विधायकों को बाहर निकलने दिया गया होता, तो इन विधायकों को जनता के मूड का पता चलाता ।
उन्होंने कहा कि भाजपा कर्नाटक में सकारात्मक विपक्ष की भूमिका निभायेगी। शाह ने कहा, ‘ कर्नाटक के इस घटनाक्रम के बाद अब कांग्रेस ने अपनी हार को जीत बताने का एक नया तरीका खोज लिया है। मैं उम्मीद करता हूं कि जीत की यह नई परिभाषा 2019 तक जारी रहेगी।