अभी भी देश में 42.7 फीसदी मुसलमान अनपढ़, ग्रेजुएट तीन फीसदी से भी कम
नई दिल्ली । सरकार द्वारा बुधवार को जारी किए गए धर्म और लिंग आधारित शैक्षणिक आंकड़ों के मुताबिक देश में मुस्लिमों की कुल आबादी का 42.7 फीसदी हिस्सा निरक्षर है। वहीं, जैन समुदाय में साक्षरता की दर 86.40 फीसदी है। यह आंकड़ें 2011 की जनगणना पर आधारित हैं।
इन आंकड़ों के मुताबिक देश में हिंदुओं की कुल आबादी का 36.40 फीसदी हिस्सा निरक्षर है। वहीं, सिख, बौद्ध और ईसाई जैसे अल्पसंख्यक समुदायों में निरक्षरता की दर क्रमश: 32.5, 28.2 और 25.6 फीसदी है। यदि पूरे देश की बात करें तो कुल आबादी का 36.90 फीसदी हिस्सा निरक्षर है। ईसाई समुदाय की कुल आबादी का 74.30 फीसदी हिस्सा साक्षर है। वहीं, बौद्ध, सिख, हिंदू और मुस्लिम समुदाय की कुल आबादी का क्रमश: 71.8, 67.5, 63.6 और 57.3 हिस्सा साक्षर है।
देश में सभी धर्मों को मिलाकर देखा जाए तो कुल आबादी का मात्र 5.63 फीसदी हिस्सा ऐसा है जो स्नातक या उससे अधिक की शिक्षा ग्रहण कर पाया है, जिसमें 61.60 फीसदी पुरुष और 38.40 फीसदी महिलाएं शामिल हैं। सभी धर्मों के 7 से 16 साल की आयु वर्ग को देखें तो 11.7 फीसदी हिस्सा निरक्षर है, 1.46 फीसदी हिस्सा स्व साक्षर है (लिटरेट विदाउट ऐजुकेशन), 36.67 फीसदी ने प्राइमरी से नीचे तक की शिक्षा हासिल की है, 26.62 फीसदी ने प्राइमरी तक की शिक्षा ग्रहण की हैं, 15.56 फीसदी ने मिडिल स्कूल तक की शिक्षा ग्रहण की है और 5.69 फीसदी ने दसवीं तक की शिक्षा ग्रहण की है।