अभी भी चुनार में डटीं हैं प्रियंका, पीड़ित परिवारों से मिले बिना वापस जाने को तैयार नहीं
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में हुए नरसंहार में मारे गए लोगों के परिजनों से मिलने सोनभद्र जा रहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को पुलिस द्वारा रोके जाने के बाद वे अभी भी चुनार के गेस्ट हॉउस में कार्यकर्ताओं के साथ मौजूद हैं।
प्रियंका ने दो टूंक शब्दों में प्रशासन को बता दिया है कि वे सोनभद्र के पीड़ित परिवारों से मिले बिना वापस नहीं जाएँगी। इस बीच प्रियंका ट्विटर के माध्यम से आपबीती की जानकारी दे रहीं हैं।
प्रियंका गांधी ने ट्विटर पर कहा कि “उप्र सरकार ने ADG वाराणसी श्री बृज भूषण, वाराणसी कमिश्नर श्री दीपक अग्रवाल, कमिश्नर मीरजापुर, DIG मीरजापुर को मुझे ये कहने के लिए भेजा कि मैं यहाँ से पीड़ित परिवारों से मिले बग़ैर चली जाऊँ। सब एक घंटे से मेरे साथ बैठे हैं। न मुझे हिरासत में रखने का कोई आधार दिया है न कागज़ात दिए।”
उन्होंने कहा कि “मैंने इनसे मेरे वकीलों के मुताबिक मेरी गिरफ़्तारी हर तरह से गैर-क़ानूनी है। मुझे इन्होंने सरकार का संदेश दिया है कि मैं पीड़ित परिजनों से नहीं मिल सकती।”
प्रियंका ने कहा कि “मैंने यह स्पष्ट करते हुए कि मैं किसी धारा का उल्लंघन करने नहीं बल्कि पीड़ितों से मिलने आयी थी सरकार के दूतों से कहा है कि बग़ैर मिले मैं यहाँ से वापस नहीं जाऊँगी।”
इससे पहले शुक्रवार को प्रियंका गांधी का काफिला दिन में करीब 11 बजे वाराणसी से नारायणपुर पुलिस चौकी के पास पहुंचा तो पुलिस ने उन्हें रोक लिया। उन्होंने पुलिस वालों से पूछा कि किसके आदेश पर और क्यों रोका गया गया है? उन्होंने रोके जाने संबंधी लिखित आदेश की कॉपी भी मांगी। लेकिन आदेश न दिखा पाने पर वह चौकी के सामने ही धरने पर बैठ गईं थीं।
बाद में प्रियंका गांधी को चुनार किले ले जाया गया। चुनार के गेस्ट हाउस में लाइट और पानी की कोई व्यवस्था नहीं थी। यहाँ की लाइट कटी हुई है। इसके बावजूद प्रियंका यहाँ जमी रहीं। बाद में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बढ़ते दबाव के बाद जेनरेटर की व्यवस्था की गयी।
कांग्रेस नेता लल्लू सिंह ने दावा किया कि बिजली न होने पर भी प्रशासन ने कोई मदद नहीं की और कांग्रेस कार्यकर्त्ता अपने पैसे से जेनरेटर किराये पर लेकर आये।
प्रियंका पूरी रात कांग्रेस नेताओं के साथ चुनार में डेरा डाले रहीं। वे चुनार गेस्ट हाउस के एक कमरे में रुकीं हैं वहीँ कांग्रेस कार्यकर्त्ता ज़मीन पर फर्श बिछाकर बाहर सो गए। प्रियंका गांधी के साथ वाराणसी के पूर्व विधायक अजय राय, ललितेशपति त्रिपाठी, लल्लू सिंह आदि मौजूद हैं।