अब हरियाणा के सीएम की डिग्री पर विवाद, कब किया ग्रेजुएशन ? मालूम नहीं !
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कपडा मंत्री स्मृति ईरानी के बाद अब हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की शैक्षिक योग्यता और डिग्री को लेकर सवाल उठ रहे हैं।
2014 के विधानसभा चुनावो में चुनाव आयोग को दी गयी जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने खुद को दिल्ली विश्वविधालय से ग्रेजुएट होना बताया था लेकिन दिल्ली विश्वविधालय से यह ग्रेजुएशन किस वर्ष में किया इसका खुलासा नहीं किया गया था। चुनाव आयोग को दी गयी जानकारी में वर्ष का कॉलम खाली छोड़ दिया गया था।
इस मामले में 19 मई को सोशल एक्टिविस्ट एवं एडवोकेट हेमंत कुमार ने सुचना का अधिकार (आरटीआई) के तहत राज्य के सूचना अधिकारी जानकारी मांगी कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने दिल्ली विश्वविधालय से किस वर्ष में ग्रेजुएशन किया है।
द वायर के अनुसार हेमंत कुमार ने आरटीआई में पूछा कि मुख्यमंत्री खट्टर ने बीए, बीएससी, बीकौम या अन्य कोई ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की है तो उन्होंने किस वर्ष में ग्रेजुएशन किया तथा यह दिल्ली विश्वविधालय के किस कॉलेज से किया गया। आरटीआई में मुख्यमंत्री खट्टर को मिले अंको और ग्रेजुएशन में कौन सी डिवीज़न आयी, इस बारे में भी जानकारी मांगी थी।
सूचना का अधिकार (आरटीआई) के तहत मांगी गयी जानकारी को देने की जगह राज्य के जनसूचना अधिकारी ने इसे सेक्शन6(3) के तहत इसे हरियाणा विधानसभा को भेज दिया और बाद में इसे मुख्यमंत्री कार्यालय के सूचना विभाग को भेजा गया। मुख्यमंत्री कार्यालय के जनसूचना अधिकारी ने आरटीआई के जबाव में कहा कि “इस बारे में सचिवालय में मौजूद रिकॉर्ड में कोई जानकारी मौजूद नहीं है।”
आरटीआई में सीएम खट्टर की शैक्षिक योग्यता के विषय में मांगी गयी जानकारी राज्य सरकार के पास उपलब्ध न होने से इस मामले में संदेह और गहराता जा रहा है। गौरतलब है कि इससे पहले कपडा मंत्री स्मृति ईरानी और पीएम मोदी की डिग्री को लेकर मांगी गयी जानकारियों के मामले में भी ऐसा ही कुछ संदेह पैदा हुआ था जो आज भी बरकरार है।