अब वंदे मातरम पर खुली संघ नेता की पोल
नई दिल्ली। वंदे मातरम को अनिवार्य बनाने के लिए अनावश्यक बयान देने वाले बीजेपी और संघ नेताओं की पोल खुल रही है। पिछले पंद्रह दिनों में ऐसे दो मामले सामने आये हैं जिनमे एक बीजेपी नेता और एक संघ नेता की वंदे मातरम गाने के मुद्दे पर पोल खुल गयी है।
अब सोशल मीडिया पर इस बात को लेकर बड़ी बहस छिड़ गयी है कि दूसरो से वंदे मातरम गाने के लिए ज़ोर ज़बर्दस्ती करने वाले बीजेपी और संघ नेताओं को वंदे मातरम आता भी है या नहीं ?
पिछले दिनों ज़ी सलाम चैनल पर लाइव डिबेट के दौरान बीजेपी प्रवक्ता नवीन कुमार मोबाईल फोन में देखकर भी वंदे मातरम को सही नहीं गा पाए थे जिससे उनकी बड़ी किरकिरी हुई थी।
अब एक और मामला सामने आया है। एनडीटीवी पर लाइव डिबेट के दौरान संघ विचारक को वंदे मातरम गाने से बचते देखा गया। उनसे बार बार कहे जाने के बावजूद उन्होंने वंदे मातरम नहीं गाया। वहीँ डिबेट में मौजूद मुस्लिम थियेटर कलाकार आमिर रज़ा हुसैन ने एंकर के एक बार कहने पर ही वंदे मातरम गा कर दिखा दिया।
सोशल मीडिया पर इस बात को लेकर बहस चल रही है कि आखिर क्यों संघ और बीजेपी के नेताओं को वंदे मातरम नहीं आता जबकि वे इसे आवश्यक तौर पर हर ऑफिस और स्कूल, कॉलेजों में गाये जाने के लिए कहते हैं।
Lol, look who made excuses and who actually recited Vande Matram. pic.twitter.com/PTBXQTDGji
— Pratik Sinha (@free_thinker) November 1, 2017