अब लोक समता पार्टी ने दिए एनडीए छोड़कर महागठबंधन में शामिल होने के संकेत
नई दिल्ली। क्या 2019 के चुनाव से पहले एनडीए की एक और सहयोगी पार्टी एनडीए को अलविदा कह सकती है। ऐसे संकेत लोक समता पार्टी के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने दिए हैं। उपेंद्र कुशवाहा ने यह भी संकेत दिए हैं कि उनकी पार्टी एनडीए छोड़कर महागठबंधन का हिस्सा बन सकती है।
लोकसमता पार्टी के एनडीए से रिश्ते तोड़ने के कयास उस समय लगाए जाने लगे जब शनिवार को राष्ट्रीय लोक समता पार्टी द्वारा पटना में आयोजित बी पी मंडल की जयंती कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपेंद्र कुशवाहा ने इशारों-इशारों में कह दिया कि यदि यादवों का दूध और कुशवाहा का चावल मिल जाए तो एक बढ़िया खीर बन सकती है।
उपेंद्र कुशवाहा स्वयं कुशवाहा समाज से आते हैं वहीँ राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ‘यादव’ समुदाय से आते हैं। ऐसे में उपेंद्र कुशवाहा के भाषण से यह मतलब निकाला जा रहा है कि उनकी पार्टी लोकसमता पार्टी जल्द ही एनडीए छोड़कर महागठबंधन में शामिल हो सकती है।
कुशवाहा ने इशारों में कह दिया कि अगर आरजेडी और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी एक हो जाती है तो 2019 के लोकसभा चुनाव में बिहार में वह भाजपा, जदयू और लोजपा गठबंधन को चुनाव में हरा सकते हैं।
तेजस्वी बोले ‘महागठबंधन में स्वागत’ :
लोकसमता पार्टी के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के बयान पर राजद नेता तेजस्वी यादव ने तुरंत ट्वीट करते हुए उनके बयान का स्वागत किया। तेजस्वी ने कहा है कि निसंदेह स्वादिष्ट और पौष्टिक खीर श्रमशील लोगों की जरूरत है।
तेजस्वी ने आगे लिखा कि पंचमेवा के स्वास्थ्यवर्धक गुण न केवल शरीर बल्कि स्वस्थ समतामूलक समाज के निर्माण में भी ऊर्जा देते हैं। तेजस्वी ने कहा कि प्रेम भाव से बनाई गई खीर में पौष्टिकता, स्वाद और ऊर्जा की भरपूर मात्रा होती है और यह एक अच्छा व्यंजन है।
बता दें कि उपेंद्र कुशवाहा ने संकेत दिए कि 2019 लोकसभा चुनाव में वह NDA का दामन को छोड़कर महागठबंधन के साथ जा सकते हैं। 2019 लोकसभा चुनाव से पहले उपेंद्र कुशवाहा का यह बयान बिहार की राजनीति में नए समीकरण बनने की ओर इशारा कर रहा है।