अब बच्चियों के लिए असुरक्षित साबित हो रहा देश, हर एक घंटे में दो बच्चियों से रेप
नई दिल्ली। बेटी बचाओ बेटे पढ़ाओ का नारा देने वाली मोदी सरकार में बच्चियों के साथ रेप की घटनाओं में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो 2016 की रिपोर्ट से साबित होता है कि नाबालिंग बच्चियों के साथ रेप की घटनायें तेजी से बढ़ रही हैं।
एनसीआरबी की रिपोर्ट के मुताबिक देश में 18 साल से कम उम्र की कम से कम दो बच्चियां हर घंटे बलात्कार का शिकार हो रही हैं। रिपोर्ट के अनुसार 2016 में रेप की ,शिकार हुई बच्चियों में 44 फीसदी बच्चियों का अपहरण किया गया था।
बलात्कार की बढ़ती घटनाओं और बच्चों के साथ बढ़ रहे अपराधों और हिंसा की यह रिपोर्ट नेशनल क्राइम रिकोर्ड्स ब्यूरो(एनसीआरबी), नेशनल कमीशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ चाइल्ड राइट (एनसीपीसीआर) और चाइल्ड फंड इंडिया द्वारा शोध कर जारी की गई है।
शोध के अनुसार 2005 में हर दिन औसत 11 बच्चियों के साथ बलात्कार की घटना होती थी जिसमें हर दो घंटे में एक बच्ची के साथ हिंसा का मामला दर्ज हुआ था। वहीँ 2016 में बच्चियों के साथ रेप की घट्येन तेजी से बढ़ीं और प्रतिदिन औसत 46 बच्चियों के साथ बलात्कार के मामले सामने आये यानी हर घंटे 2 बच्चियां रेप की शिकार हुईं।
भ्रूण हत्या, नवजात की हत्या और मर्डर 2016
144 भ्रूण हत्या के मामले- तीन से चार मामले उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़
93 केस नवजात को जन्म के साथ मारा गया, इस मामले में उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश में सबसे अधिक मामले सामने आए
100 हत्याओं में से 6 हत्या 18 साल से कम उम्र की बच्चों की की गई
अपहरण और भगाने के मामले
2016 में करीब 55000 बच्चों का अपहरण किया गया, जबकि एक लाख से अधिक बच्चों के मामले दर्ज किए गए।