अब नितिन गडकरी के इस बयान पर घमासान, पूछा ‘सांसद विधायक हारे तो कौन ज़िम्मेदार’

नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के अब एक और बयान पर बीजेपी में सियासी घमासान शुरू हो गया है। गडकरी ने पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में बीजेपी की पराजय के लिए इशारो इशारो में पार्टी नेतृत्व को ज़िम्मेदार ठहराया है।
अब गडकरी ने सवाल दागा है कि यदि पार्टी के सांसद विधायक चुनाव हारते हैं तो उसके लिए कौन ज़िम्मेदार होगा। इससे पहले अभी हाल ही में नितिन गडकरी ने कहा था कि नेतृत्व को हार और विफलता की भी जिम्मेदारी स्वीकार करनी चाहिए।
दिल्ली में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सालाना लेक्चर में गडकरी ने कहा, ‘अगर मैं पार्टी का अध्यक्ष हूं और मेरे सांसद-विधायक अच्छा काम नहीं कर रहे हैं तो इसका जिम्मेदार कौन होगा? मैं।’ उन्होंने कहा कि अगर विधायक या सांसद हारे तो इसका जिम्मेदार कौन होगा?’
गडकरी के इस बयान को अप्रत्यक्ष तौर पर भारतीय जनता पार्टी आलाकमान के नेतृत्व पर निशाने की तरह देखा जा रहा है। हाल ही में संपन्न हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिली हार के बीच गडकरी का यह बयान अहम माना जा रहा है।
इससे पहले गडकरी ने पिछले दिनों कहा था, ‘सफलता के कई पिता होते हैं, लेकिन असफलता अनाथ होती है। जहां सफलता है वहां श्रेय लेने वालों की होड़ लगी होती है, लेकिन हार में हर कोई एक दूसरे पर उंगली उठाने लगता है।’
उनका कहना था कि कि नेतृत्व में हार की जिम्मेदारी लेने की प्रवृत्ति होनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘संगठन के प्रति नेतृत्व की वफादारी तब तक साबित नहीं होगी, जब तक वह हार की जिम्मेदारी नहीं लेता।’ हालाँकि अपने बयान पर कोई हंगामा होने से पहले ही गडकरी ने इस पर सफाई पेश कर दी थी।
पीएम पद के लिए उछला था नाम :
गौरतलब है कि अभी हाल ही में नितिन गडकरी का नाम प्रधानमंत्री पद के लिए भी सामने आया था। महाराष्ट्र बीजेपी से जुड़े एक नेता ने कहा था कि संघ (आरएसएस ) को अब नितिन गडकरी को पीएम के तौर पर पेश करना चाहिए।
फिलहाल देखना है कि नितिन गडकरी के ताजा बयान से बीजेपी में कोई राजनैतिक भूचाल आता है अथवा नहीं। नितिन गडकरी पूर्व में बीजेपी के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। उनकी गिनती बीजेपी के कद्दावर नेताओं में की जाती है।