अब दक्षिण गुजरात के आदिवासियों ने दी बीजेपी का बहिष्कार करने की धमकी
अहमदाबाद। जंगल ज़मींन विवाद पर गुजरात की बीजेपी सरकार की तरफ से कोई पहल न होने से नाराज़ दक्षिण गुजरात के आदिवासियों ने चुनाव में बीजेपी के बहिष्कार की धमकी दी है।
आदिवासी वर्ग से जुड़े लोगों का कहना है कि जंगल की ज़मीन पर सिर्फ आदिवासियों का हक है। सरकार इसे मनमाने ढंग से किसी को नहीं दे सकती। यदि जंगल की ज़मीन मूल आदिवासियों को नहीं मिली तो तीन जिलों के 115 गाँव के आदिवासी चुनावो में बीजेपी का बहिष्कार करेंगे तथा जंगल की ज़मीन पर दखल ले लेंगे।
उमरपाड़ा के जंगल विस्तार में आने वाली ज़मीन को लेकर तीन जिलों के चार तालुकाओं के 115 गाँव के आदिवासी पिछले 17 वर्षो से मांग कर रहे हैं। सरकार द्वारा इस संदर्भ में कोई निर्णय नहीं लेने से नाराज़ आदिवासियों ने अनाधिकृत रूप से रहने के उद्देश्य से जंगल ज़मीन वाले इलाके में प्रवेश किया था।
आदिवासियों के हक ले लिए पिछले 17 वर्षो से लड़ रहे पुंजी वसावा के अनुसार सरकार आदिवासियों के हको की अनदेखी कर रही है। यदि सरकार ने जंगल ज़मीन मूल आदिवासियों को नहीं दी तो आदिवासी वर्ग स्वयं जंगल ज़मीन पर अपना अधिकार कर लेगा।
उन्होंने कहा कि हम कई वषो से ये मांग करते आ रहे हैं लेकिन सरकार हमारी मांगो की सुनवाई नहीं कर रही। वसावा ने कहा कि यदि हमे हमारे हक से वंचित किया गया तो हम चुनाव में बीजेपी का बहिष्कार करेंगे।