अब ईवीएम पर आरपार की लड़ाई लड़ेगा विपक्ष, कल से होगी शुरुआत

अब ईवीएम पर आरपार की लड़ाई लड़ेगा विपक्ष, कल से होगी शुरुआत

नई दिल्ली। लंदन में आयोजित हैकथॉन कार्यक्रम में अमेरिकी साइबर एक्सपर्ट द्वारा 2014 के लोकसभा चुनाव में ईवीएम हैकिंग को लेकर किये गए खुलासे के बाद अब विपक्ष ईवीएम मामले में आरपार की लड़ाई लड़ने का मन बना रहा है।

शुक्रवार को दिल्ली में हुई विपक्षी दलों के नेताओं के बीच बैठक में ईवीएम को लेकर चर्चा हुई। बैठक में तय किया गया कि सोमवार को सांय 5.30 बजे विपक्षी दलों के नेता चुनाव आयोग से मुलाकात कर एक ज्ञापन देंगे। इतना ही नहीं चुनाव आयोग के समक्ष ईवीएम की जगह पुरानी पद्धति यानि बैलेट पेपर से चुनाव कराये जाने की मांग की जायेगी।

बैठक में विपक्ष के कुछ नेताओं का कहना था कि यदि चुनाव आयोग बैलेट पेपर से चुनाव कराने के लिए तैयार नहीं होता तो उसे सौ फीसदी वीवीपैट पर्चियों के मिलान करने की मांग को स्वीकार करना चाहिए।

अमेरिकी साइबर एक्सपर्ट द्वारा ईवीएम हैकिंग को लेकर किये गए खुलासे तथा अभी हाल ही में हुए मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के विधानसभा चुनावो में बड़ी मात्रा में ईवीएम मशीनों के ख़राब होने की शिकायतों को आधार बनाकर विपक्ष चुनाव आयोग से बैलेट पेपर से चुनाव कराये जाने की मांग करेगा।

इससे पहले आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एम चंद्रबाबू नायडू भी ईवीएम को लेकर आरपार की लड़ाई लड़ने का कह चुके हैं। बीते माह 26 जनवरी को अमरावती में टीडीपी सांसदों को संबोधित करते हुए चंद्रबाबू नायडू ने कहा था कि कोई भी तकनीक का दुरुपयोग कर सकता है।

नायडू ने कहा कि “तकनीक का दुरुपयोग करना आसान है। यह खासतौर से उस व्यक्ति के लिए आसान है जो सॉफ्टवेयर प्रोग्राम तैयार करता है। निर्वाचन आयोग केवल रेफरी है। उसे ऐसी प्रणाली लागू नहीं करनी चाहिए जिस पर भरोसा ना हो।’’

माना जा रहा है कि ईवीएम हैकिंग को लेकर पैदा हुआ सदेह पर अमेरिकी साइबर एक्सपर्ट की मुहर लगने के बाद अब विपक्ष ईवीएम के मुद्दे पर आरपार की लड़ाई लड़ेगा। कांग्रेस, सपा, बसपा, टीडीपी, तृणमूल कांग्रेस, राजद, जेडीएस सहित तमाम विपक्षी दल ईवीएम की जगह बैलेट पेपर से चुनाव कराये जाने कोई मांग लेकर कल एक बार फिर चुनाव आयोग का दरवाज़ा खटखटाएंगे।

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