अन्ना हज़ारे को मनाने की कोशिशें फेल, शुक्रवार से शुरू करेंगे अनशन

अन्ना हज़ारे को मनाने की कोशिशें फेल, शुक्रवार से शुरू करेंगे अनशन

नई दिल्ली। लोकपाल की न्युक्ति और किसानो की दुर्दशा के मुद्दे पर प्रमुख सामाजिक कार्यकर्त्ता अन्ना हज़ारे 23 मार्च से मोदी सरकार के खिलाफ आंदोलन की शुरुआत करेंगे।

इससे पहले अन्ना हज़ारे को अनशन न करने से मनाने के लिए महाराष्ट्र के मंत्री गिरिश महाजन अहमदनगर जाकर उनसे मिले थे लेकिन ये कोशिश विफल रही।

गिरिश महाजन ने अन्ना को मनाने की कोशिश की थी। उन्होंने मीडिया को बताया कि उन्होंने अन्ना हज़ारे से कहा कि सरकार लोकपाल की न्युक्ति की दिशा में काम कर रही है। गिरिश महाजन ने स्वास्थ्य और उम्र को देखते हुए अन्ना हजारे से सत्याग्रह वापस लेने की अपील की।

23 मार्च से दिल्ली के रामलीला मैदान में अन्ना हजारे और उनकी नई टीम मोदी सरकार के खिलाफ आंदोलन शुरू करने जा रही है। अन्ना हजारे 21 मार्च को सुबह दिल्ली के लिए रवाना होंगे।

क्या हैं अन्ना हज़ारे की मांग :

अन्ना हजारे ने कहा कि आपको याद होगा कि हम 16 दिनों तक सिर्फ पानी पर अनशन पर दिल्ली में बैठे थे और अंत में सरकार को झुकना पड़ा. कानून तो बन गया है लेकिन यह अब ठीक से काम नहीं कर रहा है। लोगों को सूचनाएं नहीं मिल रही हैं।

अन्ना हजारे ने कहा कि हमारा कहना है कि सरकार के नियंत्रण में जो भी आयोग है जैसे कृषि मूल्य आयोग चुनाव आयोग नीति आयोग या इस तरह के अन्य आयोग से सरकार का नियंत्रण हटना चाहिए और उसे संवैधानिक दर्जा मिलना चाहिए।

ऐसे किसान जिसके घर में किसान को कोई आय नहीं है उसे 60 साल बाद 5000 हजार रुपया पेंशन दो। संसद में किसान बिल को पास करो। क्योंकि हमारा संविधान सभी को जीने का अधिकार देता है।

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TeamDigital