अन्नदाताओं ने कहा ‘2019 आम चुनाव में सिखाएंगे बीजेपी को सबक’
नई दिल्ली। देशभर से दिल्ली पहुंचे किसानो ने एक बार फिर अपनी मांगो को लेकर सरकार को चेताया है। किसानो ने अपनी अहम मांगो कर्जमाफी, फसलों के उचित दाम और स्वामीनाथन आयोग रिपोर्ट जल्द लागू किये जाने की मांग को दोहराया।
शुक्रवार को जंतर मंतर पर किसानो को संबोधित करने के बहाने एक बार फिर विपक्ष को एकजुट होने का मौका मिला। किसानो के समर्थन में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल, पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार, शरद यादव, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, नेशनल कॉन्फ्रेंस के डॉ. फारुक अब्दुल्ला, तृणमूल कांग्रेस के दिनेश त्रिवेदी तथा माकपा महासचिव सीताराम येचुरी सहित विपक्षी दलों के कई वरिष्ठ नेता भी जंतर-मंतर पर पहुंचे थे।
नाराज किसानों ने अपनी मांग जल्द पूरी नहीं होने पर अगले साल 2019 में होने वाले आम चुनावों में सरकार को इसके नतीजे भुगतने की चेतावनी भी दी है।
किसने क्या कहा :
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि किसानों और युवाओं के लिए एक होना पड़ेगा। राहुल ने कहा कि देश का किसान आपके (मोदी के) दोस्त अनिल अंबानी का विमान नहीं मांग रहा, वह सिर्फ अपना हक मांग रहा है। आज हिंदुस्तान के सामने दो बड़े मुद्दे हैं, पहला किसाने के भविष्य का मुद्दा और दूसरा युवाओं के रोजगार का। इनके भविष्य के लिए जनता को अगर मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री को बदलना पड़े तो बदल दो।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा- मैं दिल्ली का मुख्यमंत्री हूं। इस नाते आप लोगों का दिल्ली में स्वागत है। आप बार-बार दिल्ली आइए। मुझे दुख इस बात का है कि आप दिल्ली दुख की घड़ी में आए हैं, दुखी होकर आए हैं। सरकार से नाराज होकर आए हैं। भाजपा ने पिछले चुनाव के पहले किसानों से जितने वादे किए थे, उन सारे वादों से मुकर गई। स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू करने का वादा किया था, कहा–100 रुपये लागत पर 50 रुपये मुुनाफा देंगे। अब सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दिया कि स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू नहीं कर सकते।
सीताराम येचुरी ने कहा कि आज एक वैकल्पिक सरकार की जरूरत है। किसान मोदी सरकार को हटाएंगे और ऐसी सरकार लाएंगे, जो उनके हित में नीतियां बनायेगी। हम महाभारत के पांडवों की तरह मोदी सरकार को हराएंगे। कौरव 100 भाई थे, इनमें से दो के नाम ही लोग जानते हैं दुर्योधन और दुशासन। भाजपा भी कहती है कि हम इतनी बड़ी पार्टी हैं, लेकिन उनके बाकी नेताओं को कोई नहीं जानता। दुर्योधन और दुशासन की तरह मोदी-शाह का नाम ही चलता है।
टीएमसी नेता दिनेश त्रिवेदी ने कहा कि ममता जी हर मुद्दे पर किसानों के साथ हैं। किसानों को कर्ज लेने की जरूरत ही नहीं पड़े, इस पर काम होना चाहिए।
स्वराज इंडिया पार्टी के नेता योगेंद्र यादव ने कहा कि मोदी सरकार को हराना है, बाकी को डराना है। किसान अपनी अंगुली से वर्ष 2019 में लोकसभा चुनाव में जवाब देंगे। योगेंद्र यादव ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार अब तक की सबसे बड़ी किसान विरोधी सरकार है।
भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति (एआईकेएससीसी) के संयोजक वी एम सिंह ने कहा कि आजाद भारत में यह पहली बार है, जब देश के अलग-अलग राज्यों के 210 किसान संगठन एक मंच पर आकर सरकार के खिलाफ हल्लाबोल रहे हैं।
स्वाभिमानी शेतकारी संगठन के नेता और सांसद राजू शेट्टी ने कहा कि स्वत्रंता के बाद पहली बार देश का किसान एक हो गया है। मोदी जी, अगर आप किसानों के खिलाफ जाएंगे तो दिल्ली में राज करने का सपना ही देखेंगे अगली बार। दिल्ली में सरकार उसी की बनेगी जिसको किसान चाहेंगे।
गौरतलब है कि इससे पहले 2 अक्टूबर को भी किसानो ने दिल्ली कूंच किया था लेकिन उन्हें दिल्ली यूपी सीमा पर रोके रखा गया था। इस दौरान हुए पुलिस लाठीचार्ज में कई किसान भी घायल हो गए थे।