अटारी सीमा पर 2 अक्‍टूबर तक नही होगी रिट्रीट सेरेमनी

नई दिल्ली । भारत-पाकिस्तान को विभाजित करने वाली अंतरराष्ट्रीय अटारी सीमा पर ध्वजारोहण समारोह (रिट्रीट सेरेमनी) देखने आ रहे लोगों को शुक्रवार को भी बीएसएफ ने एक किलोमीटर पहले ही रोक दिया। यह कार्यक्रम 2 अक्टूबर तक रद्द रहेगा। ऐसा 45 साल बाद किया गया है।

भारत-पाक में 1971 के युद्ध के बाद पहली बार अटारी सीमा पर ध्वजारोहण समारोह रद्द किया गया है। भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) के आतंकी ठिकानों पर किए हमले (सर्जिकल स्ट्राइक) के बाद सीमावर्ती क्षेत्रों में युद्ध जैसे हालात के मद्देनजर ऐसा किया गया है।

अंतरराष्ट्रीय सीमा पर आज राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को उतारने की रस्म वहां पर तैनात सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने परंपराओं व मर्यादाओं के अनुसार निभाई। सीमा के उस पार ध्वजारोहण समारोह हुआ। इसके बारे में बीएसएफ के अधिकारियों ने कोई भी जानकारी देने से इन्कार कर दिया।

आईसीपी में भारत-पाक में हुआ व्यापार

सीमा पर पैदा हुए तनाव के बावजूद अंतरराष्ट्रीय अटारी सड़क सीमा पर स्थित इंटेग्रेटिड चेक पोस्ट (आईसीपी) पर भारत-पाकिस्तान के बीच व्यापार निर्विघ्न जारी रहा। भारत की ओर से पचास गाड़ी टमाटर पाकिस्तान निर्यात हुआ। पाकिस्तान से ड्राई फ्रूट व सीमेंट भारत पहुंचा। देर शाम तक पाकिस्तानी पत्थर भी आइसीपी में पहुंच रहा था।

भारत-पाकिस्तान के बीच मोस्ट फेवरेट नेशन (एमएफएन) के मुद्दे पर चल रहे टकराव से पहले आइसीपी में व्यापार को लेकर गतिविधियां बढ़ गई हैं। व्यापारियों ने इस बात की आशंका जताई कि आगामी कुछ दिनों के भीतर दोनों देशों के बीच व्यापार ठप हो जाएगा।

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