अच्छे दिन: एलपीजी सब्सिडी के बाद अब सरकार की नज़र रेल टिकिट सब्सिडी पर
नई दिल्ली । रसोइ गैस पर सरकार की तरफ से दी जाने वाली सब्सिडी के बाद अब सरकार की नज़र ट्रेन टिकिट पर मिलने वाली छूट पर टिकी है । एलपीजी गैस सिलेंडर पर स्वेच्छा से सब्सिडी छोड़ने की सरकार की अपील लाखो उपभोक्ताओं ने गैस सब्सिडी लेना छोड़ दिया था । अब सरकार ऐसा ही कुछ रेल यात्रियों पर आज़माना चाहती है ।
भारतीय रेलवे का मुनाफा बढ़ाने के उद्देश्य से रेल मंत्री ने लोगों से रेल किराए में मिलने वाली छूट, जैसे- कुछ ट्रेनों के लिए स्पेशल वीकेंड फेयर, आखिरी समय में खाली बर्थ पर मिलने वाला डिस्काउंट आदि, को स्वेच्छा छोड़ने का प्रस्ताव रखा है। रेल मंत्री ने इस संबंध में रेलवे बोर्ड को 24 नवंबर को एक सूचना जारी की थी। सूत्रों ने बताया कि इस योजना को कुछ ही दिन में शुरू कर दिया जाएगा। हालांकि सूत्रों ने कहा कि काफी मुश्किल लगता है कि लोग उनके किराए में मिलने वाली सब्सिडी छोड़ने को तैयार होंगे।
रेलवे पहले ही कई बार बता चुका है कि भाड़े से हो रही कमाई से वह करीब 30000 करोड़ की सब्सिडी देता है जिससे यात्रियों को सस्ती टिकट मुहैया कराई जाती है। रेलवे का कहना है कि जनरल टिकट पर प्रति किलोमीटर 22 पैसे से 44 पैसे का किराया लेती जबकि बस में यह किराया 89 पैसे से 1.44 रुपए प्रति किलोमीटर है।
आने वाले दिनों में रे\लवे अब लोगों में सब्सिडी को लेकर जागरुकता फैलाने के लिए यह बताने की कोशिश करेगा कि वह उन्हें कितनी सब्सिडी प्रदान करता है। कुछ समय के लिए अब हर टिकट पर लिखा होगा कि “भारतीय रेलवे आपसे कुल लागत का औसतन 57 फीसदी किराया वसूल रहा है।” ऐसा करने से लोगों को पता लगेगा कि प्रत्येक टिकट पर 43 फीसदी सब्सिडी दी जा रही है। लोकल ट्रेन में तो मुसाफिर से 36 फीसदी ही किराया लिया जाता है बाकी 67 फीसदी रेलवे खुद खर्च करती है।