अगले महीने नई पार्टी का एलान कर सकते हैं मुलायम !
नई दिल्ली । अपने हाथ से पार्टी की कमान बेटे के हाथ में जाने के बाद राजनीति से दूर गए मुलायम सिंह यादव, उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की हार के लिए अपने बेटे को अप्रत्यक्ष रूप से ज़िम्मेदार ठहरा चुके हैं। पिछले दिनों उन्होंने मैनपुरी में अपना दर्द बयां करते हुए यहाँ तक कहा कि ‘मोदी ने अपने भाषण में क्या गलत कहा था? उनका कहना सही था जो बेटा अपने बाप का नही हुआ वो किसी का नही हो सकता।’
मुलायम के बयान से न सिर्फ उनका दर्द छलक रहा था बल्कि पार्टी की चाबी बेटे को सौंपे जाने के अपने निर्णय पर पछतावा भी दिख रहा था। मुलायम सिंह के बाद उनके भाई शिवपाल ने भी लगे हाथो अखिलेश यादव को कटघरे में खड़ा करने में कोई समय नही लगाया। शिवपाल ने कहा कि जो बच्चे बाप की बात नहीं मानते वो तरक्की नही करते। शिवपाल ने यह भी कहा कि नई पार्टी के बारे में फैसला नेताजी ही करेंगे। उन्होंने कहा कि वे नेताजी के साथ हैं।
इस बीच खबर आ रही है कि सपा के संरक्षक मुलायम सिंह यादव इस महीने के अंत तक नई पार्टी बनाने का एलान कर सकते हैं। सूत्रों ने बताया कि मुलायम सिंह यादव आगामी लोकसभा चुनावो की तैयारी के तहत जल्द ही नई पार्टी का एलान करेंगे। इतना ही नही सूत्रों ने बताया कि लोकसभा चुनाव में गैर भाजपा दलो के प्रस्तावित महागठबंधन में शामिल होने के लिए मुलायम सिंह यादव जल्द से जल्द पार्टी संगठन को खड़ा कर देना चाहते हैं।
सूत्रों ने कहा कि सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव अपने समधी लालू प्रसाद यादव से इस बारे में मंत्रणा कर चुके हैं। वहीँ अपने पुराने वफादारों को भी तैयार रहने गया है । सूत्रों ने कहा कि नई पार्टी के एलान से पहले तमाम विकल्पों पर भी विचार किया जा रहा है। सूत्रों की माने तो मुलायम सिंह की इस पार्टी में अपर्णा यादव, अमर सिंह और जयाप्रदा को भी जगह दिया जाना तय है। सूत्रों ने कहा कि अमर सिंह के पार्टी में आने के साफ़ मायने यही हैं कि मुलायम सिंह की नई पार्टी बनने की स्थिति में आज़म खान और रामगोपाल यादव, अखिलेश यादव के साथ ही रहेंगे।