अगर फिर से बन रही मोदी सरकार तो फाइलें कंप्लीट करने में क्यों जुटे हैं मंत्रालय ?
नई दिल्ली। लोकसभा चुनावो के परिणाम कल घोषित किये जाएंगे। लोकसभा चुनाव संपन्न होने के बाद आये एग्जिट पोल से विपक्ष को निराशा अवश्य हुई होगी लेकिन बीजेपी नेताओं के चेहरे पर भी वह आत्मविश्वास नहीं दिख रहा जो एग्जिट पोल से दिखना चाहिए।
इस बीच चुनाव परिणामो को लेकर कयासों का दौर जारी है। एग्जिट पोल आने के बाद बीजेपी खेमे में भी ख़ामोशी है जो इस बात की तरफ इशारा करती है कि एग्जिट पोल में दिखाए गए नतीजे पार्टी की उम्मीदों से कहीं अधिक हैं।
वहीँ खबर ऐसी भी है कि मंत्रालयों में कामकाज तेजगति से चल रहा है। सूत्रों की माने तो पीएमओ सहित मंत्रालयों के कामकाज में यह तेजी पांचवे चरण के चुनाव के संपन्न होने के साथ ही शुरू हो गयी थी। सूत्रों ने कहा कि मंत्रालयों को निर्देश मिले थे कि चुनाव परिणाम आने से पहले ही सभी फाइलें कंप्लीट की जाएँ।
ऐसे में अब सवाल उठ रहे हैं कि यदि एग्जिट पोल सही हैं और केंद्र में फिर से बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए की सरकार बन रही है तो मंत्रालयों से अपूर्ण फाइलों को चुनावी नतीजे आने से पहले पूर्ण करने के लिए क्यों कहा गया है।
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव के बाद आये एग्जिट पोल के नतीजों में लगभग सभी न्यूज़ चैनलों ने एनडीए को 300 या उससे अधिक सीटें मिलने की संभावना जताई है। हालाँकि विपक्ष एग्जिट पोल को खारिज कर चूका है।
चुनावी नतीजों को लेकर सत्तारूढ़ बीजेपी और उसके सहयोगी दल भी खामोशी साधे हुए हैं। बीजेपी में बड़बोले कहे जाने वाले नेता भी एग्जिट पोल आने के बाद चुनावी नतीजों को लेकर कोई बयान नहीं दे रहे। ऐसे में चुनाव परिणामो को लेकर संदेह होना लाजमी है।
देश में साथ चरणों में लोकसभा चुनाव संपन्न हुए हैं। सातवें चरण के चुनाव के लिए 19 मई को मतदान हुआ था। चुनावी नतीजे कल यानि 23 मई को घोषित किये जाएंगे। उसके बाद ही देश की राजनैतिक तस्वीर साफ़ हो पाएगी।