अखलाक की हत्या आरोपी के शव पर रखा तिरंगा, शहीद बता एक करोड़ मांग रहे मुआवज़ा
ग्रेटर नोएडा । बिसाहड़ा गांव में अख़लाक़ की ह्त्या के आरोपी रवि की मौत के बाद अचानक बदले घटनाक्रम में गाँव के लोगों ने मृतक रवि को शहीद घोषित कर दिया । इतना ही नहीं तनाव के बीच ग्रामीणों ने आज गुरुवार को भी रवि सिसोदिया का अंतिम संस्कार नहीं करने दिया और मृतक के शव पर तिरंगा रख दिया और सरकार से एक करोड़ रुपये के मुआवजा देने की मांग की है।
इसके साथ ही गांव के हजारों लोग अखलाक हत्याकांड में नामजद सभी 17 लोगों को तुरंत रिहा करने की मांग पर गुरुवार को धरने पर बैठ गए। इसी कांड में नामजद 22 वर्षीय रविन सिसोदिया की मौत मंगलवार को किडनी और श्वसन तंत्र फेल हो जाने से हो गई थी। बीमारी के बाद पहले उसे नोएडा के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। बाद में तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर दिल्ली के लोकनायक जयप्रकाश (एलएनजेपी) अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी मौत हो गई।
एलएनजेपी के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. जे सी पांडेय ने कल कहा था, “मरीज को किडनी फेल्यूर और हाई ब्लड शुगर जैसी बुरी दशा में दोपहर करीब 12 बजे लाया गया था लेकिन शाम 7 बजे तक किडनी फेल होने और सांस लेने में दिक्कत होने पर उसकी मौत हो गई।”
गांववालों का आरोप है कि रविन और उसके साथ तीन और आरोपियों की जेल की पिटाई की गई है, जिसके बाद रविन को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उसकी मौत हो गई। इसपर जेल प्रशासन का कहना है कि रविन फेफड़े के इन्फेंक्शन से पीड़ित था लेकिन पूरी रिपोर्ट आने के बाद ही इस बारे में कुछ बताया जा सकेगा।