सोहराबुद्दीन केस में रिपोर्टिंग की अनुमति की मांग, हाई कोर्ट में 9 पत्रकारों की याचिका

मुंबई। सोहराबुद्दीन फर्जी मुठभेड़ मामले की सुनवाई की रिपोर्टिंग पर पाबंदी लगाने के फैसले के खिलाफ मुंबई के पत्रकारों ने बॉम्बे हाई कोर्ट में अपील की है।पत्रकारों का कहना है कि उन्हें रिपोर्टिंग करने से नहीं रोका जाना चाहिए।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक मुंबई के कुल 9 पत्रकारों ने मिलकर याचिका दायर की है। याचिका में महाराष्ट्र सरकार, जांच एजेंसी सीबीआई और मामले में 23 आरोपियों को पार्टी बनाया गया है।
कई राष्ट्रीय अखबारों और टीवी चैनलों से जुड़े नौ पत्रकारों ने बॉम्बे हाई कोर्ट याचिका दायर कर कहा है कि सोहराबुद्दीन मामले को कवर करने की अनुमति दी जाए। पत्रकारों ने कहा है कि यह मामला लोगों से जुड़ा है और इसमें कई पूर्व पुलिस अधिकारी आरोपी हैं इसलिए मामले में मौके पर कवरेज बहुत जरूरी है।
दरअसल पत्रकारों ने ट्रायल कोर्ट फैसले के खिलाफ हाई कोर्ट में अपील की है, ट्रायल कोर्ट ने 29 नवंबर को सोहराबुद्दीन मामले की सुनवाई के दौरान पत्रकारों का अदालत में प्रवेश प्रतिबंधित करने का फैसला सुनाया था।
बता दें कि सोहराबुद्दीन उनकी पत्नी कौसर बी और तुलसीदास प्रजापति की हत्या में कथित तौर पर गुजरात पुलिस के अधिकारियों का हाथ था। इसे लेकर 23 पूर्व पुलिस अधिकारियों पर मामला चल रहा है।
इस केस में सबसे अहम सवाल यह है कि सोहराबुद्दीन की पत्नी कौसर बी की हत्या किन कारणों से की गयी। कौसर भी एक सामान्य ग्रहणी थी। उसका सोहराबुद्दीन के आपराधिक मामलो से दूर दूर तक कोई ताल्लुक नही था। कौसर बी निर्दोष थी और उसकी हत्या किये जाने के पीछे ख़ास मकसद सबूत और गवाहों को नष्ट करना माना गया है।