श्रीलंका ने दूसरे T-20 में भारत को 16 रनों से हरा दिया, लेकिन..

श्रीलंका ने दूसरे T-20 में भारत को 16 रनों से हरा दिया, लेकिन..

श्रीलंका ने दूसरे T-20 में भारत को 16 रनों से हरा दिया है। इसी के साथ सीरीज 1-1 से बराबर हो गई है। इस मुकाबले में भारतीय गेंदबाजी काफी कमजोर नजर आई। परिणाम यह रहा कि पहले खेलते हुए श्रीलंकाई सलामी जोड़ी ने 8 ओवरों में 80 रन जड़ दिए। इस दौरान हार्दिक पंड्या ने 2 ओवरों में केवल 13 रन दिए लेकिन अर्शदीप सिंह ने हैट्रिक नो बॉल डालकर मोमेंटम श्रीलंका की तरफ मोड़ दिया। स्पिनर्स अक्षर पटेल और युजवेंद्र चहल की किफायती गेंदबाजी के दम पर जब मिडिल ओवर्स में टीम इंडिया ने वापसी की, तब अंतिम 4 ओवरों में 68 रन लुटा कर तेज गेंदबाजों ने श्रीलंकाई स्कोर को 138 से 206 रन तक पहुंचा दिया।

बड़े टारगेट के सामने जब भारत को तेज शुरुआत की दरकार थी, तब टीम इंडिया ने पावरप्ले में केवल 39 रन बनाए और 4 विकेट गंवा दिए। इसके बाद सूर्यकुमार यादव, अक्षर पटेल और शिवम मावी ने कोशिश की लेकिन वह नाकाफी साबित हुई। इस मुकाबले में अर्शदीप सिंह ने 5 तो वहीं उमरान मलिक ने 1 नो बॉल डाला। इन 6 नो बॉल्स पर श्रीलंकाई बल्लेबाजों ने 29 रन हासिल कर लिए, जो अंत में जीत और हार के बीच बड़ा फर्क कर गए।

महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन, पुणे यानी MCA का मैदान और टॉस जीतकर भारत का पहले गेंदबाजी करने का फैसला। ओस के मद्देनजर इंडियन कैप्टन हार्दिक पंड्या ने यह निर्णय लिया। हालांकि पुणे के मैदान पर हमेशा पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम फायदे में रहती है। कप्तान हार्दिक को लगा होगा कि मुश्किल परिस्थिति में टीम को आजमा कर देखना चाहिए। संजू सैमसन चोट के कारण बाहर हो चुके थे और ऐसे में लोकल ब्वॉय राहुल त्रिपाठी को T-20 इंटरनेशनल डेब्यू करने का मौका मिल गया।

इसके साथ ही भारत ने पहले टी-20 के 19वें ओवर में 16 रन खर्च करने वाले हर्षल पटेल को बाहर कर अर्शदीप सिंह को खेलने का अवसर दिया। दरअसल जब अंतिम 2 ओवरों में श्रीलंका को जीतने के लिए 29 रन चाहिए थे, तो हर्षल ने 19वें ओवर में 16 रन लुटा दिए थे। वह तो भला हो अक्षर पटेल का, जिन्होंने श्रीलंका को जरूरी 13 रन नहीं बनाने दिए और भारत 2 रनों से पहला मैच जीत गया था।

कई क्रिकेट विशेषज्ञ अर्शदीप सिंह को जसप्रीत बुमराह का रिप्लेसमेंट बताते नहीं थकते। अर्शदीप ने इस तुलना को दूसरे ओवर में लगातार 3 नो बॉल डालकर सही साबित कर दिया। दरअसल बुमराह ने भी अक्सर ऐन मौकों पर नो बॉल पर विकेट चटकाते हुए भारतीय उम्मीदों को चकनाचूर किया है। लचर गेंदबाजी का नतीजा रहा कि बतौर सलामी बल्लेबाज कुसल मेंडिस और पाथुम निसंका ने पहले विकेट से लिए 8 ओवरों में 80 रन जोड़ दिए। चलिए, शुरू से शुरू करते हैं। पहले T-20 की तरह दूसरे T-20 में भी कप्तान हार्दिक पंड्या ने गेंदबाजी की शुरुआत की। मुकाबले की पहली गेंद पिच्ड अप आउटसाइड ऑफ… हल्का सा आउटस्विंग। ओवर में एक सिंगल और एक वाइड… कुल मिलाकर केवल 2 रन।

दूसरे ओवर में गेंदबाजी करने अर्शदीप आए और लंकाई बल्लेबाजों के लिए रनों का तोहफा लाए। पहली गेंद पैड्स पर और निसंका ने मिडविकेट की दिशा में खूबसूरत फ्लिक के जरिए चौका बटोर लिया। ओवर ठीक-ठाक था लेकिन अंतिम गेंद मैदानी अंपायर ने लेग स्टंप के बाहर होने के कारण वाइड करार दी। तभी थर्ड अंपायर की तरफ से संदेश आ गया कि अर्शदीप ने ओवरस्टेप किया है। एक ही पल में वाइड बॉल नो बॉल में तब्दील हो गया।

फ्री हिट पर अर्शदीप ने इनस्विंगिंग यॉर्कर डालने का प्रयास किया लेकिन डाउन द लेग। मेंडिस ने स्क्वायर लेग की दिशा में चौका हासिल कर लिया। इधर अंपायर बाउंड्री का इशारा कर रहे थे और उधर बड़ी स्क्रीन पर फिर से नो बॉल लिखा आ गया। अबकी बार फुल लेंथ की डिलीवरी स्विंगिंग डाउन द लेग। फाइन लेग के ऊपर से गगनचुंबी छक्का।

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