विजय माल्या ने राज्यसभा की सदस्यता से दिया इस्तीफा
नई दिल्ली। बैंकों का करोड़ों का कर्ज न चुकाकर विदेश भागने वाले शराब कारोबारी विजय माल्या ने आज राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया। राज्यसभा मेंबर के रूप में ये माल्या का दूसरा टर्म था। उनका टर्म 30 जून को खत्म हो रहा था। माल्या ने राज्यसभा के चेयरमैन को इस्तीफा भेजा और सदन की एथिक्स कमेटी को भी इस्तीफे की जानकारी दे दी है।
माल्या ने कहा कि वह राज्यसभा में अपने सहयोगियों से निराश है। इसके अलावा माल्या ने पासपोर्ट निलंबन को भी गलत बताते हुए कहा कि मेरे खिलाफ जो भी आरोप लगाए जा रहे हैं वो निराधार है। गौरतलब है कि राज्यसभा की एथिक्स कमेटी ने माल्या के इस्तीफे की सिफारिश की थी। माल्या के मुद्दे पर हुई एथिक्स कमेटी की मीटिंग के बाद कमेटी के चेयरमैन कर्ण सिंह ने कहा था कि, ”हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि विजय माल्या की राज्यसभा सदस्यता रद्द की जानी चाहिए।”
दरअसल, बैंकों का कर्ज नहीं चुकाने के चलते कोर्ट ने विजय माल्या को विलफुल डिफॉल्टर घोषित कर दिया है। सांसद बनने की एलिजबेलिटी में डिफॉल्टर नहीं होना भी एक कंडीशन है। इसलिए कुछ दिन पहले ही माल्या के मुद्दे को संसद की ‘इथिक्स कमेटी’ को सौंपा गया था। वहीं राज्यसभा सचिवालय का कहना है कि अभी तक विजय माल्या का इस्तीफा नहीं मिला है।