राहुल गांधी का पीएम से 6वां सवाल :फिक्स और कांट्रैक्ट पगार 5500 रुपये और 10000 क्यों ?

राहुल गांधी का पीएम से 6वां सवाल :फिक्स और कांट्रैक्ट पगार 5500 रुपये और 10000 क्यों ?

नई दिल्ली। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल पूछने की श्रंखला में आज छटवां सवाल दागा। राहुल गांधी ने 7वे बेतन आयोग लागू होने के बावजूद गुजरात में कम बेतन मिलने के मुद्दे को उठाया है।

गौरतलब है कि गुजरात में एक कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के समक्ष एक शिक्षिका ने 22 वर्षो तक नौकरी करने के बावजूद बेतन में बढ़ोत्तरी न होने तथा फिक्स और कॉन्ट्रेक्ट पर पगार दिए जाने का मामला उठाया था।

राहुल गांधी ने सवाल किया कि 7वें वेतन आयोग में 18000 रुपये मासिक होने के बावजूद फिक्स और कांट्रैक्ट पगार 5500 रुपये और 10000 क्यों है ? उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि “भाजपा की दोहरी मार, एक तरफ युवा बेरोजगार, दूसरी तरफ़ लाखों फिक्स पगार और कांट्रैक्ट कर्मचारी बेज़ार, 7वें वेतन आयोग में ₹18000 मासिक होने के बावजूद फिक्स और कांट्रैक्ट पगार ₹5500 और ₹10000 क्यों?”

गौरतलब है कि इससे पहले 5 वे प्रश्न में राहुल गांधी ने गुजरात की महिलों का मामला उठाते हुए पीएम मोदी से सवाल किया कि गुजरात में महिलाओं के लिए न शिक्षा है, न सुरक्षा है, न पोषण है सिर्फ शोषण है।

राहुल गांधी ने लिखा कि राज्य में सत्तारुढ़ भाजपा सरकार महिलाओं की आधारभूत सुविधाएं जैसे हेल्थ केयर, एजुकेशन और सेफ्टी देने में फेल रही है। राहुल ने कहा कि कोई सिक्योरिटी, न्यूट्रिशन और एजुकेशन गुजरात की महिलाओं को नहीं दी गई। बस उनका शोषण किया गया है।

इससे पहले अपने चौथे सवाल में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने पीएम नरेंद्र मोदी से पूछा था कि सरकारी शिक्षा में खर्च पर गुजरात देश में 26 वें स्थान पर क्यों है। सरकारी स्कूल और कॉलेजों की कीमत पर शिक्षा का व्यापार किया गया है। महंगी फीस की मार हर छात्र पर पड़ी है, इस तरह न्यू इंडिया का सपना कैसे पूरा होगा।

अपने तीसरे सवाल में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने पीएम मोदी से पूछा था कि वर्ष 2012 से 2016 के बीच 62,549 करोड़ रुपये की बिजली खरीदकर चार निजी कंपनियों का खजाना क्यों भरा गया।’

वहीँ दूसरे सवाल में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने पीएम मोदी से पूछा था कि 22 सालो में गुजरात का कर्ज 26 गुना कैसे बढ़ गया। ट्विटर पर कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा है कि 1995 में गुजरात पर 9,183 करोड़ रुपये का कर्ज था और 2017 में गुजरात पर 2,41,000 करोड़ का कर्ज है। यानी हर गुजराती पर 37 हजार रुपये का कर्ज है। इन आंकड़ों को सामने रखते हुए राहुल गांधी ने पूछा है कि नरेंद्र मोदी के वित्तीय कुप्रबंधन और पब्लिसिटी की सजा गुजरात की जनता क्यों चुकाए?

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने पहले सवाल में पीएम मोदी से सवाल किया था कि “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2012 में गुजरात की जनता से वादा किया था कि लोगों को 50 लाख नए घर देंगे, लेकिन 5 साल में अब तक केवल सिर्फ 4.72 लाख घरों का निर्माण हुआ है। राहुल ने पूछा था कि क्या प्रधानमंत्री को अपना वादा पूरा करने में 45 साल और लगेंगे।”

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