राष्ट्रपति चुनाव के लिए शरद पवार के समर्थन में आयी शिवसेना
मुंबई। जुलाई में होने जा रहे राष्ट्रपति चुनाव के लिए जहाँ विपक्ष एकजुट होकर आमसहमति वाले उम्मीदवार को मैदान में उतारने की सोच रहां है वहीँ शिवसेना ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष शरद पवार के नाम के समर्थन की हामी भरी है।
शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत ने कहा है कि अगर पवार के नाम पर आम सहमति बनती है, तो उनकी पार्टी के नेता उद्धव ठाकरे इससे संबंधित चर्चा में शरीक हो सकते हैं। हालांकि, एनसीपी अब तक यही कहती रही है कि 76 साल के पवार राष्ट्रपति चुनाव नहीं लड़ेंगे।
गौरतलब है कि शिव सेना ने सबसे पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत को राष्ट्रपति बनाने की मांग की थी। जिसके बाद स्वयं मोहन भागवत ने इस बयान से खुद को अलग कर लिया था।
प्रणब मुखर्जी को मिल सकता है दूसरा कार्यकाल
यह खबर भी आ रही है कि प्रणब मुखर्जी को राष्ट्रपति के रूप में दूसरा कार्यकाल मिल सकता है, लेकिन प्रणब दा शर्त है कि उन्हें सर्वसम्मति से उम्मीदवार बनाया जाये। प्रणब दा यह भी चाहते हैं कि उन्हें अगला कार्यकाल देने की पहल स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करें। खबर है कि पवार ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से भेंट की है।
बताया जाता है कि उन्होंने सोनिया गांधी से राष्ट्रपति चुनाव में अपने लिए समर्थन की अपील की है। जानकारों की माने तो कांग्रेस का समर्थन पवार को मिलेगा, इसकी संभावना बहुत कम है, क्योंकि शरद पवार ही पहले शख्स थे, जिन्होंने 90 के दशक में सबसे पहले विदेशी महिला (सोनिया गांधी) का नेतृत्व स्वीकार करने से मना करते हुए कांग्रेस पार्टी छोड़ दी थी।