यशवंत सिन्हा ने बनाया राष्ट्र मंच, यहाँ से दी जाएगी मोदी सरकार को चुनौती
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने राष्ट्र मंच बनाने का एलान किया है। यशवंत सिन्हा आज से इस मंच की शुरुआत की हैं।
राष्ट्रमंच बनाने की घोषणा के लिए आयोजित कार्यक्रम में यशवंत सिन्हा ने कहा कि हम किसानों के मुद्दों को लेकर आंदोलन करेंगे और उसके साथ दूसरे महत्वपूर्ण मुद्दों पर सरकार की ग़लत नीतियों को उजागर करेंगे।
उन्होंने कहा कि हम सब यहां महत्वपूर्ण कार्यक्रम के लिए आए हैं। उन्होंने युवाओं से इस आंदोलन में शामिल होने को कहा। दिल्ली में हुए इस कार्यक्रम में कांग्रेस नेता रेणुका चौधरी भी शामिल हुईं।
उन्होंने कहा कि मैं घोषणा करता हूं कि राष्ट्र मंच का सबसे बड़ा मुद्दा किसानों का होगा। एनपीएस को ही देख लीजिए। नोटबंदी को मैं आर्थिक सुधार मानता हूं, फिर बुरी तरह लागू की गई जीएसटी उससे छोटे उद्योग मर गए। बेरोजगारी का क्या हाल है, भूख और कुपोषण के चलते बच्चों का भविष्य ख़तरे में है।
आंतरिक सुरक्षा को देख लीजिए ऐसे लगता है कि भीड़ ही न्याय करेगी और जब जाति और धर्म पर भीड़ तंत्र आगे आता है तो उसकों संभालना सबसे मुश्किल है। उन्होंने कहा कि बताया जाता है कि हमारी सबसे बड़ी उपलब्धि विदेश नीति है, पर डोकलाम को ही देख लीजिए। खबरों को माने तो जो चीन 10% था वो 90 % हो गया है. अब कोई 56 इंच की छाती को नहीं पूछता।
यशवंत सिन्हा के राष्ट्रीय मंच में शत्रुघ्न सिन्हा, दिनेश त्रिवेदी (टीएमसी), माजिद मेमन, संजय सिंह (आप), सुरेश मेहता (पूर्व मुख्यमंत्री गुजरात), हरमोहन धवन (पूर्व केंद्रीय मंत्री), सोमपाल शास्त्री (कृषि अर्थशास्त्रविद), पवन वर्मा (जेडीयू), शाहिद सिद्दीक़ी, मोहम्मद अदीब, जयंत चैधरी (आरएलडी), उदय नारायण चौधरी (बिहार), नरेंद्र सिंह (बिहार), प्रवीण सिंह (गुजरात के पूर्व मंत्री), आशुतोष (आप) और घनश्याम तिवारी (सपा) शामिल हुए हैं।
समझा जाता है कि बीजेपी में अलग थलग पड़े नेताओं को भी जल्द इस मंच से जोड़ा जाएगा। यशवंत सिन्हा के करीबी सूत्रों की माने तो बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा, निलंबित बीजेपी सांसद कीर्ति आजाद सहित बीजेपी के कई सांसद और पूर्व सांसद इस मंच से जुड़ेंगे।