न्याय पर की थी टिप्पणी: नीति आयोग के उपाध्यक्ष के जबाव से संतुष्ट नहीं है चुनाव आयोग
नई दिल्ली। चुनाव आयोग न्यूनतम आय योजना (न्याय) पर टिप्पणी मामले में नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार के द्वारा दाखिल जवाब से चुनाव आयोग संतुष्ट नहीं है। इलेक्शन कमीशन ने न्याय योजना पर योजना आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार के बयान और ट्वीट को आचार संहिता का उल्लंघन माना है।
गौरतलब है कि गरीब परिवारों के लिए न्यूनतम आय सुनिश्चित करने के लिए कांग्रेस द्वारा एलान की गयी न्याय योजना पर योजना आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार द्वारा ट्वीट कर टिप्पणी की गयी थी।
नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने अपने ट्वीट में कहा था कि न्याय योजना तो चांद लाकर देने जैसा वादा है। इस अव्यवहारिक योजना से देश की अर्थव्यवस्था ध्वस्त हो जाएगी। सरकारी खजाने को जो घाटा होगा, उसे पूरा नहीं किया जा सकेगा.की गयी टिप्पणी पर कांग्रेस की शिकायत के बाद चुनाव आयोग ने राजीव कुमार से जबाव तलब किया था।
चुनाव आयोग का मानना है कि कार्यपालिका का हिस्सा बनने के बाद किसी भी व्यक्ति को चुनावी राजनीति से दूर रहना चाहिए। आयोग के नोटिस पर कुछ और मोहलत लेकर राजीव कुमार ने जवाब दाखिल कर सफाई तो पेश की लेकिन आयोग संतुष्ट नहीं हुआ।
सूत्रों के मुताबिक चुनाव आयोग को भेजे गए जबाव में योजना आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने कहा कि उनकी टिप्पणी सिर्फ एक अर्थशास्त्री के तौर पर थी, वह निजी थी इसलिए उसे नीति आयोग का विचार ना माना जाए। इस पर चुनाव आयोग ने कुमार को हिदायत देकर भविष्य में सावधान रहने को कहा है।