नियमो को किनारे रख पतंजलि को दी गयी 400 एकड़ ज़मीन, कांग्रेस ने कहा “ये है भूमि घोटाला”
नई दिल्ली। हरियाणा की मनोहर लाल खटटर सरकार द्वारा फरीदाबाद के कोट गांव में अरावली पर्वत क्षेत्र में पॉवर ऑफ अटर्नी के आधार पर पतंजलि को 400 एकड़ भूमि दिए जाने पर कांग्रेस ने सवाल उठाये हैं।
कांग्रेस ने इसे भूमि घोटाला बताते हुए जांच कर दोषियों को सजा दिए जाने की मांग की है। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने पार्टी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोप लगाया कि हरियाणा की भाजपा सरकार ने इस समूह को 400 एकड़ भूमि के अधिग्रहण में मदद की, जिसका इस्तेमाल ना तो कृषि के लिए, ना ही वाणिज्यिक उपयोग के लिए किया जा सकता है।
खेड़ा ने दावा किया कि राज्य सरकार ने अरावली पहाड़ी क्षेत्र में भूमि की चकबंदी का आदेश दिया है। हालांकि, जमीन की चकबंदी की अनुमति केवल कृषि भूमि के लिए है, वन भूमि के लिए नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि रामदेव और आचार्य बालकृष्ण के संस्थान पतंजलि योगपीठ की सहयोगी कंपनियों ने हरियाणा में फरीदाबाद के कोट गांव में अरावली पर्वत क्षेत्र में पॉवर ऑफ अटर्नी के आधार पर 400 एकड़ भूमि खरीदी है।
खेड़ा ने कहा कि प्रवीण कुमार शर्मा नाम के व्यक्ति हर्बो वेद ग्राम प्राइवेट लिमिटेड नाम की एक कंपनी का प्रतिनिधित्व करते हैं, जिसका नियंत्रण आचार्य बालकृष्ण करते हैं।
उन्होंने कहा कि 2016-17 के रिकॉर्ड के मुताबिक, इस कंपनी की मालिक पतंजलि है और इसी कंपनी ने यह जमीन खरीदी है। उन्होंने आरोप लगाया कि हर्बो वेद ग्राम का राजस्व 60 हजार करोड़ रुपए का है लेकिन इसने जमीन पर 16.77 करोड़ रुपए खर्च किए हैं, जिसमें 15.50 करोड़ एडवांस में दिए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि हम आपके सामने सारे पेपर रख रहे हैं और हरियाणा सरकार से मामले की तुरंत जांच की मांग करते हैं।
गौरतलब है कि बीजेपी शासित अधिकांश राज्यों में पतंजलि को बड़ी तादाद में ज़मीन दी गयी। उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड, मध्य प्रदेश, हरियाणा में पतंजलि को अब तक हज़ारो एकड़ ज़मीन मिल चुकी है। पतंजलि से जुड़े योग गुरु बाबा रामदेव हरियाणा सरकार के ब्रांड एम्बेस्डर भी हैं।