तो क्या सहारनपुर रैली में भी झूठ बोल रहे थे पीएम मोदी !
नई दिल्ली । पीएम नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को सहारनपुर में हुई अपनी रैली के दौरान कहा था कि उनकी सरकार आने से पहले बकाया राशि अगर 14,000 करोड़ थी, तो वह अब 700 से 800 करोड़ रह गई है लेकिन गन्ना किसानों के बकाया पैसे के बारे में जो आंकड़े पीएम मोदी ने पेश किये वे सच्चाई से परे हैं ।
लखनऊ में स्थित गन्ना कमिशनर के ऑफिस से मिले 26 मई तक के आकंड़े कुछ और ही बताते हैं। इन रिकॉर्ड्स के मुताबिक, सिर्फ यूपी की ही मीलों पर 5,795 करोड़ रुपए बकाया है। जो की पीएम के बताए गए 700-800 करोड़ से 8 गुना ज्यादा है। इन आंकड़ों से पता लगा है कि मिल मालिकों ने अबतक 12,201.73 करोड़ रुपए का भुगतान किया है।
एक राष्ट्रीय हिंदी में प्रकाशित आंकड़ों के अनुसार यह रकम 14,815.89 करोड़ से भी कम है जो की सरकार द्वारा तय किए गए 230 रुपए क्विंटल के हिसाब से सप्लाई के 14 दिन बाद तक गन्ना किसानों को मिल जाने चाहिए थे। किसानों का पैसा दबाने में सबसे आगे बजाज हिंदुस्तान (883.48 करोड़ का बकाया), मवाना शुगर (409.58 करोड़ रुपए बकाया), यूके मोदी ग्रुप (319.20 करोड़ बकाया) हैं।
गौरतलब है कि पीएम मोदी ने सहारनपुर रैली में अपने भाषण में कहा था कि उनकी सरकार आने के बाद गन्ना किसानों का बकाया पैसा मिलने लगा है। उन्होंने यह भी कहा था कि जिसे वह वक्त रहते दिलवाने की कोशिश करेंगे। इस पैसे को जल्द से जल्द देने के लिए उन्होंने राज्य सरकार को कुछ कदम उठाने के लिए भी कहा था।