जाटो ने लगाया बीजेपी पर धोखा करने का आरोप, अब अमित शाह की रैली रोक कर देंगे जबाव

जींद। यहाँ आगमी 15 फरवरी को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की होने जा रही बाइक रैली में सुरक्षा इंतजामों को लेकर प्रशासन माथापच्ची करने में जुटा है। सुरक्षा इंतजामों पर नज़र रख रहे राज्य के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खटटर ने केंद्र सरकार से केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) की 150 कंपनियों की मांग की है।
वहीँ अमित शाह की रैली न होने देने का एलान करने वाले जाट समुदाय के लोग राजनैतिक और प्रशासनिक दबावों के बावजूद अपने कदम वापस खींचने को तैयार नहीं है।
यशपाल मलिक के नेतृत्व में अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति (AIJASS) ने घोषणा की है कि वह जींद में शाह के दौरे के दौरान बाइक रैली को रोकेगी। प्रदर्शनकारियों ने ट्रैक्टर-ट्रॉली में जींद पहुंचने की योजना बनाई है। सूत्रों की माने तो अब तक 900 से अधिक ट्रेक्टरो के रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं।
जाट आरक्षण आंदोलन में मारे गए लोगों की याद में 18 फरवरी को प्रदेश में बलिदान दिवस मनाया जा रहा है। जिसके चलते 15 फरवरी को जींद के 7 मुख्य रास्तों पर बच्चे और महिलाओं के साथ ट्रैक्टर ट्रॉली लेकर जाट पहुंचेंगे।
इस बारे में अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के राष्ट्रीय महासचिव अशोक बलहारा ने बताया कि 15 फरवरी को जींद पहुंचकर अमित शाह से प्रदेश की जनता के साथ की गई धोखाधड़ी पर जवाब मांगा जाएगा।
जाट आरक्षण संघर्ष समिति के सदस्यों ने बैठक में सर्वसम्मति से रैली का विरोध किए जाने की बात कही है। उन्होंने कहा कि पूरे हरियाणा से 15 फरवरी को ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर समाज के लोग लाखनमाजरा चौक पर आएंगे।
ये हैं मुख्य मांगे:
पिछले वर्ष मार्च में हरियाणा में हुए जाट आरक्षण आंदोलन की मांगे प्रदेश सरकार कब तक पूरी करेंगी।
लोकसभा में राष्ट्रीय सामाजिक और शैक्षणिक पिछड़ा वर्ग आयोग बिल पास होने के बाद जाट समाज को कितने दिनों में केंद्र में आरक्षण मिलेगा।
हरियाणा सरकार में मंत्री कैप्टन अभिमन्यु पर अपने निजी हितों के लिए सरकारी पदों के दुरुपयोग करने पर लगाम लगाई जाएगी।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला और अन्य भाजपा नेताओं के संघर्ष समिति की रैली पर हमला कराने के आरोपियों को संरक्षण देने के मामले की जांच कब कराई जाएगी।
प्रदेश में भाईचारा तोड़ने वाले अपनी ही पार्टी के सांसदों और कार्यकर्ताओं पर भाजपा लगाम कब लगाएगी।