जतिन मेहता और उनकी पत्‍नी ने छोड़ी भारतीय नागरिकता, कंपनी पर 6,800 करोड़ रुपए के बैंक लोन के गबन का आरोप

Jatin-Mehta

नई दिल्ली । विजय माल्या के बाद अब एक और भारतीय कारोबारी ने देश छोड़ दिया है । जतिन मेहता नाम इस कारोबारी पर 6800 करोड़ रुपये के बैंक लोन के गबन का आरोप है । जतिन मेहता और उनकी पत्‍नी सोनिया मेहता ने भारतीय नागरिकता त्‍याग कर एक कैरेबियाई देश सेंट किट्स एंड नेविस की नागरिकता ग्रहण कर ली है।

एक राष्ट्रीय हिन्दी दैनिक में प्रकाशित एक खबर के अनुसार ‘कंपनी के कथित 6,800 करोड़ के बैंक लोन डिफॉल्‍ट की जांच कर रहे जांचकर्ताओं ने यह जानकारी दी है कि जतिन मेहता और उनकी पत्‍नी सोनिया मेहता ने भारतीय नागरिकता त्‍याग कर एक कैरेबियाई देश की नागरिकता ग्रहण कर ली है।’ जांचकर्ताओं के अनुसार, जतिन मेहता और सोनिया मेहता ने 2013-14 में भारतीय नागरिकता छोड़ी थी। सेंट किट्स एंड नेविस मशहूर टैक्‍स हैवन है। जांच एजेंसियों के अनुसार, मेहता फिलहाल दुबई में रह रहा है।

खबर के अनुसार विनसम डायमंड्स एन्ड ज्वेलरी लिमिटिड को भारतीय बैंकों ने देश के दूसरा सबसे बड़ा डिफॉल्‍टर बताया है। फिलहाल सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ED) कथित फ्रॉड की जांच कर रहा है। मंगलवार को ईडी ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्‍ट के तहत विनसम डायमंड्स और इसकी सहयोगी कंपनियों की करीब 172 करोड़ की प्रॉपटी सीज कर दी है।

जांच के बावजूद, बैंक्‍स विनसम डायमंड्स से वसूली करने में ज्‍यादा सफलता नहीं हासिल कर पाए हैं। क्‍योंकि भारत की सेंट किट्स एंड नेविस के साथ प्रत्‍यर्पण संधि नहीं है। सेंट किट्स एंड नेविस की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, देश विदेशी निवेशकर्ताओं को बड़े निवेश (चाहे वह दान के तौर पर किया गया हो या रियल एस्‍टेट खरीदारी के जरिए) के बदले नागरिकता प्रदान करता है।

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