गर्दन तक पानी में घुसकर तिरंगे को सलाम करने वाले बच्चे को एनआरसी ने नहीं माना भारतीय
नई दिल्ली। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर बाढ़ का पानी स्कूल में भरने के बावजूद गर्दन तक पानी में घुसकर तिरंगा फहराने की वायरल हुई एक फोटो में शामिल दो बच्चो के नाम एनआरसी में शामिल नहीं हैं।
इस वायरल फोटो के बारे में कहा जा रहा है कि इसमें जो दो बच्चे गर्दन तक पानी में खड़े होकर तरंगे को सलामी दे रहे हैं, उनके नाम हैदर और जियारूल है। इस तस्वीर में स्कूल के अध्यापक, और एक सहयोगी कर्मचारी के अलावा दो बच्चे दिख रहे हैं जो पानी में खड़े होकर तिरंगे को सलामी दे रहे हैं।
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक जब हैदर से वायरल फोटो को लेकर सवाल पूछा गया तो उसने कहा कि ‘स्कूल में जहां राष्ट्रीय झंडा फहराया जा रहा था, वहां अन्य बच्चे जाने से डर रहे थे. लेकिन जियारुल और मैं तैरकर उस जगह पहुंचे और झंडे को सलामी दी।’
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार फोटो में दिख रहे दो बच्चो में से एक बच्चे, नौ साल के हैदर खान का नाम असम में हाल में जारी एनआरसी के फाइनल ड्राफ्ट में शामिल नहीं है।
अहम बात यह है कि हैदर के अलावा उसके परिवार के सभी लोगों जैसे मां जैगुन खातून, 12 वर्ष के एक भाई और छह साल की एक बहन और उसके दादा आलम खान का नाम एनआरसी में शामिल है।
तस्वीर वायरल होने के बाद अब ये सवाल उठ रहे हैं कि एनआरसी के मापदंड क्या है ? आखिर किस आधार पर इतनी बड़ी तादाद में लोगों ने नाम एनआरसी से गायब हैं। एक भारतीय होने और देशभक्त होने का इस तस्वीर से बड़ा सबूत क्या हो सकता है ?