कार्टून को लेकर ‘सामना’ कार्यालय पर हमला, शिवसेना मुखपत्र ‘सामना’ से माफी मांगने की मांग की
मुंबई। कभी अखबारों और टीवी चैनलो के दफ्तरों पर हमले बोलने वाली शिवसेना को पहली बार विपरीत परिस्थिति का सामना करना पड़ रहा है। इस बार शिवसेना के मुखपत्र सामना में प्रकशित एक कार्टून को लेकर मराठा समुदाय ने सख्त एतराज जताया है ।
मराठा समुदाय द्वारा निकाले गए ‘मौन जुलूस’ के प्रसंग में शिवसेना के मुखपत्र सामना में कार्टून प्रकाशित किए जाने को लेकर मंगलवार को इस अखबार के नवी मुंबई स्थित कार्यालय पर कथित तौर पर पथराव किया गया।
पुलिस के अनुसार मराठा समर्थक सामाजिक संगठन ‘संभाजी ब्रिगेड’ ने हमले की जिम्मेदारी ली। शिवसेना ने इसे मराठा समुदाय के भीतर दरार पैदा करने के लिए कुछ लोगों द्वारा ‘जानबूझकर की गई शरारत’ करार दिया. दूसरी तरफ उसकी सहयोगी भाजपा ने कार्टून को लेकर आपत्ति जताते हुए कहा कि अखबार को माफी मांगनी चाहिए।
विपक्षी कांग्रेस और राकांपा ने मराठा समुदाय की ‘भावनाएं आहत करने’ के लिए शिवसेना के मुखपत्र के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. पुलिस के मुताबिक तीन युवक वाहन से दोपहर पौने दो बजे नवी मुंबई के सनपडा में सामना प्रिंटिंग प्रेस भवन पहुंचे। उन्होंने प्रेस के गार्ड को बुलाया और एक पत्र लेने का आग्रह किया। गार्ड जब उनकी ओर जाने लगा तो युवक गाड़ी से उतर गए और प्रेस भवन की ओर जाने लगे और कथित तौर पर पथराव कर वहां से भाग निकले।
उन्होंने बताया कि हमले में भवन की बाहरी दीवार के दो-तीन शीशे टूट गये. हमले के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और सनपडा थाने में शिकायत दर्ज करायी गयी. संभाजी ब्रिगेड ने हमले की जिम्मेदारी ली और मुखपत्र में कार्टून प्रकाशित किये जाने की निंदा की। ब्रिगेड के प्रवक्ता शिवानंद भानुसे ने कहा, ‘हम सामना में कार्टून प्रकाशित करने की निंदा करते हैं। शिवसेना के कार्यकारी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे और सामना के कार्यकारी संपादक संजय राउत को महाराष्ट्र की महिलाओं से माफी मांगना चाहिए।’
उधर, मुंबई भाजपा के अध्यक्ष आशीष शेलार ने कहा कि ‘सामना’ ने मराठा समुदाय की भावनाएं आहत की हैं और इस अखबार को बिना शर्त माफी मांगनी चाहिए।