आरटीआई में खुलासा: मोदी सरकार ने दो साल में विज्ञापनों पर फूंक दिए 11 अरब

नई दिल्ली । केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने पिछले दो साल के दौरान प्रचार पर करीब 11 अरब रुपये खर्च किये हैं । यह खुलासा सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 के तहत मांगी गयी जानकारी से हुआ है ।

ग्रेटर नोएडा के आरटीआई एक्टिविस्ट रामवीर सिंह द्वारा आरटीआई के जबाव में मिली जानकारी के अनुसार ब्रॉडकास्‍ड, कम्‍युनिटी रेडियो, इंटरनेट, दूरदर्शन, डिजिटल सिनेमा, प्रोडक्‍शन, टेलीकास्ट, एसएमएस के अलावा अन्‍य खर्च शामिल हैं। इनमें पिछले तीन सालों में मोदी सरकार की आेर से करीब 1100 करोड़ से भी ज्यादा रुपया खर्च किया गया है।

आरटीआई एक्टिविस्ट रामवीर सिंह ने सूचना एवम प्रसारण मंत्रालय से पूछा था कि केंद्र में मोदी सरकार के गठन से अगस्त 2016 तक विज्ञापनों पर कितना सरकारी धन खर्च हुआ है ।

जानकारी के अनुसार केंद्र में मोदी सरकार के गठन के बाद 1 जून 2014 से 31 मार्च 2015 तक लगभग 4.48 अरब रुपये खर्च किये गए वहीँ अगले वित्तीय वर्ष 1 अप्रेल 2015 से 31 मार्च 2016 तक विज्ञापनों पर 5.42 अरब रुपये खर्च किये गए जो पिछले वित्तीय वर्ष से अधिक है । इसके साथ ही 1 अप्रेल 2016 से 31 अगस्त 2016 तक 1.20 अरब रुपये खर्च किये जा चुके हैं । इस तरह सरकार बनने के बाद से अगस्त 2016 तक कुल 11 अरब, 11 करोड़ 78 लाख रुपये सिर्फ विज्ञापनों पर खर्च किया गया ।

प्रचार प्रसार के इन माध्यमों पर किया गया इतना खर्च :

एसएमएस 2014 9. 07 करोड़
  2015 5.15 करोड़
  अगस्त 2016 3. 86 करोड़
इंटरनेट 2014 6. 61 करोड़
  2015 14.13 करोड़
  अगस्त 2016 1.99 करोड़
ब्राॅडकास्ट 2014 64. 39 करोड़
  2015 94.54 करोड़
  अगस्त 2016 40.63 करोड़
कम्‍युनिटी रेडियो 2014 88.40 लाख
  2015 2.27 करोड़
  अगस्त 2016 81.45 लाख
डिजिटल सिनेमा 2014 77 करोड़
  2015 1.06 अरब
  अगस्त 2016 6.23 करोड़
टेलीकास्ट 2014 2.36 अरब
  2015 2.45 अरब
  अगस्त 2016 38.71 करोड़
प्राॅडक्शन 2014 8.20 करोड़
  2015 13.90 करोड़
  अगस्त 2016 1.29 करोड़

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