अमेरिकी इकॉनॉमिस्ट ने कहा “नरेंद्र मोदी को भी नहीं पता कि नोटबंदी से कहां जा रहा देश”
नई दिल्ली । एक हज़ार और पांच सौ के नोटों चलन बंद करने के मोदी सरकार फैसले की कई देशो में आलोचना भी हुई थी वहीँ अब विख्यात अमेरिकी अर्थशास्त्री स्टीव एच हैंके ने भी बड़े नोटों को चलन से बाहर करने की कड़ी आलोचना की है।
हैंके ने कहा है कि नोटबंदी ‘लूजर्स’ (हारने वालों) के लिए है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी अंदाजा नहीं है कि देश किस दिशा में आगे बढ़ रहा है।
मेरीलैंड की जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी में पढ़ाने वाले हैंके ने ट्वीट कर कहा, ”नोटबंदी हारने वालों के लिए है और यह शुरुआत से ही गलत तरीके से लागू किया गया। कोई नहीं, यहां तक कि मोदी को भी नहीं पता है कि भारत किस दिशा में जा रहा है।”
वाशिंगटन के केटो इंस्टीट्यूट में ट्रबल्ड करंसी प्रोजेक्ट के निदेशक और वरिष्ठ फेलो, हैंके ने पहले कहा था कि ”भारत में मोदी की नोटबंदी को अपनाने के लिए जरूरी बुनियादी ढांचा नहीं है… उन्हें यह बात पता होनी चाहिए थी।”
#Demonetization is for losers and has been bungled from the start. No one, not even Modi, knows where India is heading. pic.twitter.com/h1z2pesjsG
— Prof. Steve Hanke (@steve_hanke) February 5, 2017
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 नवंबर, 2016 को राष्ट्र के नाम संबोधन में 500 और 1000 रुपए के नोट तत्काल प्रभाव से बंद कर दिए थे। पीएम ने इस फैसले को काले धन, जाली मुद्रा और भ्रष्टाचार पर कड़ी चोट बताया था।