अभी जेल में ही रहेंगे आसाराम, सुप्रीमकोर्ट ने ज़मानत देने से किया इंकार
नई दिल्ली। कथा वाचक आसाराम बापू अभी जेल में ही रहेंगे। सुप्रीमकोर्ट ने उनकी ज़मानत याचिका को ख़ारिज कर दिया है। आसाराम बापू यौन शोषण के मामले में राजस्थान की जोधपुर जेल में बंद हैं।
सुप्रीमकोर्ट ने आज आसाराम बापू की ज़मानत याचिका को ख़ारिज करते हुए कहा कि अभी इस मामले में ट्रायल जारी है। न्यायमूर्ति एनवी रमाना की पीठ को गुजरात सरकार की तरफ से पेश हुए सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने बताया कि मामले में ट्रायल जारी है और अभी 210 गवाहों की अभी जांच होनी बाकी है।
गौरतलब है कि सूरत की रहने वाली दो बहनों ने आसाराम और उसके बेटे नारायण साईं के खिलाफ दुष्कर्म और बंदी बनाकर रखने के अलावा अन्य मामलों में अलग-अलग शिकायत दर्ज कराई है। आसाराम बापू और उनके बेटे नारायण साईं दोनों पर दुष्कर्म करने के संगीन आरोप हैं।
आसाराम पर पहले से ही दुष्कर्म और हत्या का मामला दर्ज है। इस मामले में वह जेल में बंद है। जोधपुर की अदालत ने राजस्थान में साल 2013 में 16 साल की एक लड़की के साथ दुष्कर्म करने के मामले में आसाराम को दोषी करार देते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई है।
पीड़िता ने आसाराम पर आरोप लगाया था कि आसाराम ने उसे जोधपुर के नजदीक मनाई इलाके में आश्रम में बुलाया और 15 अगस्त 2013 की रात को उसके साथ दुष्कर्म किया।
इस मामले में आसाराम और उसके चार अन्य सहयोगियों के खिलाफ पुलिस नवंबर 2013 को पॉक्सो अधिनियम, किशोर न्याय अधिनियम और भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत आरोप पत्र दायर किया था।