मालेगाव ब्लास्ट में प्रमुख आरोपियों को बचाना चाहती है सरकार

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नई दिल्ली । 2008 मालेगांव धमाकों में साध्वी प्रज्ञा ठाकुर का नाम एनआईए की तरफ से चार्जशीट में शामिल ना करने की बात पर कांग्रेस की तरफ से कड़ी प्रतिक्रिया आई है। इसपर कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने शुक्रवार को पीएम मोदी समेत पूरी केंद्र सरकार पर निशाना साधा।

दिग्विजय सिंह ने कहा, ‘हम जानते हैं कि केंद्र मालेगांव के प्रमुख आरोपियों को बचाना चाहता है क्योंकि दोनों का आपस में संबंध है। पर, इसके लिए शहीद हेमंत करकरे का नाम खराब नहीं किया जाना चाहिए। पीएम समेत पूरी केंद्र सरकार आंतकी गतिविधियों में शामिल लोगों को बचाना चाहती है।’

एनआईए ने चार्जशीट में कोई आरोप नहीं लगाया : 

बता दें कि 29 सितंबर 2008 को महाराष्ट्र और गुजरात में तीन बम धमाके हुए जिनमें 8 लोगों की मौत हो गई और 80 घायल हो गए। इनमें से दो बम नासिक के मालेगांव में फटे थे जिनमें 7 लागों की मौत हो गई थी। इस मामले में साध्वी प्रज्ञा समेत 14 लोगों पर आरोप लगे थे।

वहीं अब दाखिल की गई चार्जशीट में साध्वी प्रज्ञा के साथ ही कर्नल प्रसाद पुरोहित को भी क्लीन चिट दे दी गई है। इसके साथ ही इस चार्जशीट में एटीएस के पूर्व चीफ हेमंत करकरे की भूमिका पर भी सवाल उठाए गए हैं। साथ ही, कहा गया है कि साध्‍वी प्रज्ञा के खिलाफ कमजोर सबूत हैं जिसकी वजह से उनपर लगा ‘मकोका’ भी हटाया जा चुका है।

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