अगस्ता वेस्टलैंड बिचौलिये मिशेल का बड़ा बयान : गांधीपरिवार को फंसाने के लिए सरकार ने बनाया दबाव
नई दिल्ली । अगस्ता वेस्टलैंड मामले में अब खुद मोदी सरकार कटघरे में खड़ी दिखाई देती है । अगस्ता वेस्टलैंड में कथित बिचौलिए क्रिश्चियन मिशेल ने मोदी सरकार और भारतीय जांच एजेंसियों पर सनसनीखेज आरोप लगाए हैं । मिशेल का कहना है कि उस पर गांधी परिवार यानी सोनिया गांधी और राहुल गांधी को फंसाने के लिए दवाब डाला गया ।
इण्डिया टुडे की एक रिपोर्ट के अनुसार मिशेल ने इंटरनेशनल ट्रिब्यूनल फॉर लॉ ऑफ द सी को लिखे एक खत में ये आरोप लगाया है कि उस पर गांधी परिवार यानी सोनिया गांधी और राहुल गांधी को फंसाने के लिए दवाब डाला गया । मिशेल का आरोप है कि मोदी सरकार ने उससे सौदेबाजी करने की कोशिश की ।
मिशेल की मानें तो उनसे कई लोगों ने संपर्क किया और इस बात की पेशकश की कि अगर वो गांधी फैमिली को बदनाम कर देता है तो उसके खिलाफ तमाम आरोप वापस ले लिए जाएंगे । मिशेल ने कोर्ट को भेजी वही चिट्ठी कुछ न्यूज़ चैनलों को भी भेजी है । मिशेल के मुताबिक सरकार ने जांच एजेंसियों के जरिये उन पर दबाव डालने की कोशिश की ।
दबाव बनाने के लिए गिरफ्तारी वारंट जारी
मिशेल के मुताबिक जब उन्होंने दबाव के आगे झुकने से इंकार कर दिया तो बिना किसी समन के उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया गया और इसके बाद भारतीय अधिकारियों ने इंटरपोल की मदद से मुझसे संपर्क किया । मिशेल का साफ आरोप है कि मोदी सरकार ने अपना राजनीतिक एजेंडा साधने के लिए उनपर गांधी परिवार का नाम लेने के लिए दबाव डाला ।
मिशेल ने कहा- गांधी परिवार से कभी नहीं मिले
इससे पहले अगस्ता वेस्टलैंड केस में बिचौलिए क्रिश्चियन मिशेल ने गांधी परिवार के किसी सदस्य से मुलाकात करने के आरोप से इंकार किया था । हिंदी न्यूज़ चैनल आज तक से खास बातचीत में मिशेल ने कहा था कि वो कभी भी गांधी परिवार के किसी सदस्य से नहीं मिले । मिशेल ने सरकारी गवाह बनने की संभावना से भी इंकार कर दिया था । उन्होंने पत्रकारों को पैसे देने की खबर का भी खंडन किया और कहा कि उनका काम मीडिया को मॉनिटर और फॉलो करना था ।