गृह राज्य मंत्री के बेटे ने कार से किसानो को रौंदा, 6 की मौत

गृह राज्य मंत्री के बेटे ने कार से किसानो को रौंदा, 6 की मौत

लखीमपुर खीरी। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे की कार से किसानो को रौंदे जाने का मामला सामने आया है। इस घटना में कई किसान गंभीर रूप से घायल हो गए। इनमे 6 किसानो की मौत हो गई है।

जानकारी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या को रिसीव करने के लिए पहुंचे गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे की गाड़ी को किसानों ने विरोध करते हुए रोक लिया था। इस दौरान दोनों के बीच झड़प हो गई।

आरोप है कि इस दौरान अजय मिश्र के बेटे ने प्रदर्शनकारी किसानो पर अपनी कार चढ़ा दी। इससे नाराज़ किसानो ने मौके पर तीन गाड़ियों में आग लगा दी। जिन तीन गाड़ियों को जलाया गया है उसमें से एक गाड़ी केंद्रीय मंत्री के बेटे की भी है।

फिलहाल लखीमपुर खीरी के हालात तनावपूर्ण बताये जा रहे हैं। हालांकि हालातो को बिगड़ने से रोकने के लिए भारी पुलिस फ़ोर्स का बंदोबस्त किया गया है। बताया जा रहा है कि किसान उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का विरोध करने के लिए जमा हुए थे।

किसान नेता गुरमीत सिंह रंधावा का कहना है कि जब तक प्रशासन के उच्चाधिकारी मौके पर नहीं आते हैं, तब तक किसान घटनास्थल पर बने रहेंगे। सभी किसान इस वक्त कौड़ियाला रोड पर स्थित महाराजा अग्रसेन इंटर कॉलेज खेल मैदान में डटे हुए हैं।

इस बीच भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत भी लखीमपुर खीरी पहुंच रहे हैं। राकेश टिकैत ने कहा कि लखीमपुरखीरी नरसंहार में दोषी अजय टेनी व उसका बेटा मोनू टेनी 8 हत्याओं का दोषी है, साज़िश में शामिल केन्द्रीय राज्यमंत्री को तुरंत बर्खास्त कर बेटे सहित गिरफ्तार कर जेल भेजा जाए।

उन्होंने ट्वीट कर कहा कि लखीमपुर खीरी में हुई घटना बहुत ही दुखद है। ‌इस घटना ने सरकार के क्रूर और अलोकतांत्रिक चेहरे को एक बार फिर उजागर कर दिया है। किसान आंदोलन को दबाने के लिए सरकार किस हद तक गिर सकती है, सरकार और सरकार में बैठे लोगों ने आज फिर बता दिया। लेकिन अपने हक के लिए किसान फिरंगियों के आगे नहीं झुके। सरकार किसान के र्धर्य की परीक्षा न ले। किसान मर सकता है पर डरने वाला नहीं है।

वहीँ लखीमपुर खीरी की घटना पर उत्तर प्रदेश की सियासत गर्म हो गई है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा, “जो इस अमानवीय नरसंहार को देखकर भी चुप है, वो पहले ही मर चुका है. लेकिन हम इस बलिदान को बेकार नहीं होने देंगे- किसान सत्याग्रह ज़िंदाबाद!”

प्रियंका गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा, “भाजपा देश के किसानों से कितनी नफ़रत करती है? उन्हें जीने का हक नहीं है? यदि वे आवाज उठाएँगे तो उन्हें गोली मार दोगे, गाड़ी चढ़ाकर रौंद दोगे? बहुत हो चुका. ये किसानों का देश है, भाजपा की क्रूर विचारधारा की जागीर नहीं है। किसान सत्याग्रह मजबूत होगा और किसान की आवाज और बुलंद होगी।”

यूपी के पूर्व सीएम व सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट कर लिखा है, कृषि कानूनों का शांतिपूर्ण विरोध कर रहे किसानों को भाजपा सरकार के गृह राज्यमंत्री पुत्र द्वारा, गाड़ी से रौंदना घोर अमानवीय और क्रूर कृत्य है। उप्र दंभी भाजपाइयों का ज़ुल्म अब और नहीं सहेगा. यही हाल रहा तो उप्र में भाजपाई न गाड़ी से चल पाएंगे, न उतर पाएंगे।

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