मोदी सरकार की अदूरदर्शिता का परिणाम भुगत रहे हैं देश के लोग: कांग्रेस

मोदी सरकार की अदूरदर्शिता का परिणाम भुगत रहे हैं देश के लोग: कांग्रेस

नई दिल्ली। कोरोना संकट के दौरान ऑक्सीजन, बेड और अस्पतालों में बद इंतजामी के लिए कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर सीधा हमला बोला है। कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने शुक्रवार को एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना संकट को एक साल बीतने के बाद भी हम आपात स्थिति में खड़े हैं।

उन्होंने कहा कि हर जगह ऑक्सीजन की किल्लत है। मोदी सरकार आपात संकट में नीति निर्धारित कर व्यवस्था स्थापित करने में विफल रही है, देश मोदी सरकार की विफलता का भुगतान कर रहा है।

आज हमारे सभी दोस्त, जानकार, आम नागरिक अस्पताल में सिर्फ पलंग के लिए ही नहीं रो रहे हैं, सांस लेने के लिए ऑक्सीजन नहीं है, दवाइयां नहीं मिल रही हैं और श्मशान घाट में कतारें लगानी पड़ रही हैं।

सिंघवी ने सरकार पर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए कहा कि हमें बार-बार यह बताया गया कि हमारे पास प्रचुर मात्रा में इतनी वैक्सीन है कि कोई चिंता की बात ही नहीं है; इस आधार पर अपने नाम को सुनाम करने के लिए सरकार ने पूरे विश्व में वैक्सीन डिप्लोमेसी शुरू कर दी।

उन्होंने कहा कि 15-18 महीने से SC या हस्तक्षेप करना नहीं चाहते थे या कर नहीं पाए; कोई भी ऐसा ठोस काम जिसका कोरोना के विषय में जो तकलीफें हैं जिनका स्थायी रूप से हल निकले; 15 महीने से यह हालत थी और जब पीक है अब इस वक़्त हस्तक्षेप करना बिलकुल गलत है।

सिंघवी ने कहा कि पिछले कुछ महीनों में साढ़े पाँच करोड़ वैक्सीन निर्यात की गई; अब आप यह आंकड़ा सोचो और अपने यहां की हालत देखो; रेमडेसिविर की क्या हालत है यहाँ पर उसके बाद भी 11 लाख इंजेक्शन निर्यात किये और 9300 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का निर्यात हुआ।

उन्होंने कहा कि आज जो सबसे दुखद प्रसंग हम प्रतिदिन मीडिया में देखते हैं; जो गुजरात, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार में और कहीं हद तक महाराष्ट्र में भी सैंकड़ों-हजारों लोग मृत हो रहे हैं लेकिन कुछ विशेष प्रदेशों में टेस्टिंग और रिपोर्टिंग नहीं हो रही है। जहाँ हमारी सकारात्मक दर 3% थी आज वो 16% पर है यानी कुछ ही हफ़्तों में 5 गुना बढ़ गयी है; दिल्ली में 30 हज़ार के लगभग प्रतिदिन के मामले हैं।

सिंघवी ने कहा कि आज देश में जितना आक्रोश है उसका आप आंशिक रूप भी नहीं देख रहे हो; आज से कुछ हफ़्तों या महीनों पहले भारत सरकार हमेशा की तरह अपनी पीठ थपथपा कर बधाई दे रही थी कि हमने कोरोना पर विजय पा ली है।

सिंघवी ने देश में कोरोना की स्थिति को लेकर कई सवाल भी दागे। उन्होंने पूछा कि कब प्रधानमंत्री केयर करना शुरू करेंगे? क्यों इस देश में सब चीज़ों की कमी है? क्या सरकार सिवाय जुमलों और उपदेश देने के इस कमी को दूर करने के लिए कोई ठोस कार्य कर रही है? क्यों प्रधानमंत्री आज तक भी पीएम केयर फंड के बारे में खुलकर बात नहीं करते ?

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TeamDigital