शिवसेना ने दिया झटका : वोट की राजनीति के लिए दलित उम्मीदवार का समर्थन नहीं
मुंबई। राष्ट्रपति पद के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को झटका देते हुए शिवसेना ने एलान किया है कि वह बीजेपी उम्मीदवार रामनाथ कोविंद का समर्थन नहीं करेगी।
शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा है कि यदि वोट की राजनीति के लिए दलित उम्मीदवार उतारा गया है तो शिवसेना समर्थन नहीं देगी लेकिन, यदि देशहित के लिए यह निर्णय लिया गया है तो समर्थन देने में कोई हिचक नहीं है।
उन्होंने कहा कि शिवसेना मंगलवार को इस पर मंथन बैठक करेगी। उसके बाद राष्ट्रपति पद के लिए एनडीए की ओर से घोषित उम्मीदवार को समर्थन देने या न देने का फैसला करेगी।
सोमवार की शाम पार्टी के 51वें स्थापना दिवस पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि वोट की राजनीति देश को रसातल में ले जाएगा। मत की खातिर दलित को उम्मीदवार बनाया गया है तो शिवसेना समर्थन नहीं करेगी लेकिन अगर इसमें राष्ट्रीय हित समाहित है तो समर्थन देने में कोई गुरेज नहीं है।