मुझे फोन कर बुलाया गया था, मेरे दोस्तों ने कहा “ये गाय खाते हैं इन्हे मारो”

मुझे फोन कर बुलाया गया था, मेरे दोस्तों ने कहा “ये गाय खाते हैं इन्हे मारो”

नई दिल्ली। फरीदाबाद के एक छोटे से गाँव खंडावली के रहने वाले जुनैद को ट्रेन में पीट पीट कर मारे जाने की घटना में आरोपी का बयान बेहद चौकाने वाला है। एनडीटीवी के मुताबिक जब पत्रकारों ने आरोपी से पूछा कि उसे क्यों मारा, क्या कोई बीफ की बात हुई थी? इसपर आरोपी ने कहा, “मैं शराब के नशे में था मुझे फोन कर बुलाया गया था। मैंने बीफ की बात नहीं की, मेरे दोस्त कह रहे थे कि ये गाय खाते हैं, इन्हें मारो।”

गुरुवार की रात दिल्ली से हरियाणा जाने वाली ट्रेन में पैसेंजर्स की हैवानियत ने दिल दहला कर रख दिया। उन्मादी भीड़ ने चार मुस्लिम युवकों की न केवल जमकर पिटाई कर दी बल्कि उसे चलती ट्रेन से नीचे भी फेंक दिया। इस घटना में एक युवक की मौत हो गई। जबकि तीन लोग घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती हैं।

कोई गवाह नहीं :

इंडियन एक्सप्रेस में छपी ख़बर के मुताबिक़, अधिकारियों को चश्मदीद गवाह खोजने में दिक्कतें आ रही है। पुलिस ने अभी तक एक शख्स की गिरफ्तारी की है। कहा जा रहा है कि ट्रेन में कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा था, इसलिए पुलिस को कार्रवाई करने में कठिनाई सामने आ रही है।

पीड़ित और पुलिस के बयानों में फर्क:

इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक एफआईआर दर्ज कराने वाले हासिब (जुनैद के भाई) ने आरोप लगाया, “पहले उन लोगों ने मजहब के नाम पर गालियां दीं और जब विरोध किया तो मारने पर उतारू हो गए। इसके बाद वहां कई लोग जमा हो गए और सबने हम चारों को पीटना शुरू कर दिया। इसके बाद उनलोगों ने बल्लभगढ़ के पास दिल्ली से 20 किलो मीटर दूर असावटी स्टेशन पर ट्रेन से नीचे फेंक दिया।” घायल युवक हासिब ने एनडीटीवी को बताया “हमलावर भीड़ में से कोई बार-बार हमें मांस खाने वाला बता रहा था और भीड़ को उकसा रहा था।” वहीं पुलिस अधिकारियों का कहना है कि सीट को लेकर हुई बहस के बाद यात्रियों में झगड़ा हुआ।

 

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TeamDigital