झारखंड: खुद पुलिस वालो ने कहा था ‘ये बच्चा चोर है तो इसे मारो’ – प्रत्यक्षदर्शी
नई दिल्ली। झारखण्ड के जमशेदपुर और सरायकेला में पिछले दिनों बच्चा चोरी की अफवाह पर 6 लोगों की निर्मम ह्त्या के मामले में एक प्रत्यक्षदर्शी ने खुलासा किया है कि जब पुलिस मौके पर पहुंची तो पुलिसवालों ने ही कहा कि ये बच्चा चोर है तो इसे मारो।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि वहां मौजूद पुलिस और प्रशासन के लोग अगर थोड़ी सख़्ती दिखाते तो सभी लोगों की जान बच सकती थी। एनडीटीवी के अनुसार कुछ लोगों का तो यह भी आरोप है कि वहां मौजूद कुछ पुलिसवाले तो ये कहते भी नज़र आए कि अगर ये बच्चा चोर हैं तो इन्हें मारो।
एनडीटीवी ने एक प्रत्यक्षदर्शी मुर्तुजा के हवाले से लिखा है कि 4 बजे एक गाड़ी आई, जिसमें मेरा रिलेटिव अब्दुल हलीम था। मैं नमाज पढ़कर घर गया और कुछ समय बाद 100-150 लोगों की भीड़ आई। वो हम लोगों से पूछने लगे कि ये बच्चा चोर की गाड़ी है क्या ?मैंने कहा कि कोई ऐसी बात नहीं है। वो बोले कि इन्हें हमको सौंप दो, लेकिन हमने मना कर दिया, कुछ देर के बाद बहुत बड़ा समूह आया। वो सब हमें खींचते हुए और घसीटते हुए ले गए।
जो लोग मारे गए वो मुर्तज़ा के परिवार से ही जुड़े थे और उसके घर में छिपे हुए थे। मुर्तज़ा के घर से इन लोगों को खींचकर निकाला गया और हत्या कर दी गई। मुर्तुजा का कहना है कि यदि पुलिस थोड़ी मुस्तैदी दिखती तो जान बच सकती थी।
पुलिस के अनुसार इस मामले में अब तक 26 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसमें और आगे कार्यवाही चल रही है। हमलावर भीड़ में शामिल लोगों की शिनाख्त की जा रही है।