उपराष्ट्रपति ने दलितों, अल्पसंख्यको की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई

उपराष्ट्रपति ने दलितों, अल्पसंख्यको की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई

नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने देश के दलितों और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है। बंगलूरु में नेशनल लॉ स्कूल ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटी में 25वें वार्षिक समारोह में संबोधन के दौरान उन्होंने कहा कि देश में नागरिकों खासकर दलित, मुस्लिम और ईसाई समाज की असुरक्षा बढ़ती जा रही है।

उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक राष्ट्रवाद, राष्ट्रवाद का एक लिबरल रूप नहीं है। इस प्रकार का राष्ट्रवाद देश में असहिष्णुता और देशभक्ति के नाम पर घमंड़ फैलाता है। गौरतबल है कि उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी का यह बयान एनडीए उम्मीदवार एम वेंकैया नायडु के उपराष्ट्रति चुने जाने के एक दिन बाद आया।

उन्होंने अपने संबोधन में देश में सेक्युलरिज्म के मुल्यों को भी चिह्नित करते हुए कहा कि देश के नागरिक के अंदर राष्ट्रप्रेम होना चाहिए। अपने सभी विवधताओं में देश के प्रति प्रेम और स्नेह होना जरूरी है।

बता दें कि हामिद अंसारी देश के 12वें उपराष्ट्रपति है, जो 11 अगस्त 2007 से इस पद पर देश सेवा कर रहे हैं। इस साल उनका कार्यकाल 10 अगस्त को खत्म हो रहा है। गौरतलब है कि शनिवार को एनडीए उम्मीदवार वेंकैया नायडु को देश के 13वें उपराष्ट्रपति के तौर पर चुन लिया गया है।

TeamDigital